नोट्बंदी को लेकर आरबीआई का ख़ुलासा, बंद किये गए नोटों की जांच अभी तक जारी

नोटबंदी के एक साल पूरे होने वाले हैं| विपक्ष के हिसाब से इतिहास का सबसे काला दिन 8 नवंबर को काला दिवस के रूप में मनाएंगे| इसके साथ ही नोट्बंदी की घोषणा करने वाली मौजूदा सरकार इसी दिन काला धन विरोधी दिवस मनाने की घोषणा की है| इस पर देश की दोनों बड़ी पार्टियाँ एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए सियासी तानातनी शुरू हो गयी है| कांग्रेस के साथ मिलकर 18 विपक्षी दल उनका समर्थन करेंगे|

इस सियासी युद्ध के बीच भारतीय रिजर्व बैंक का हैरान कर देने वाला बयान सामने आया| उन्होंने कहा कि वह अभी भी वापस आए नोटों की जांच कर रहा है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक RBI ने कहा कि ‘बैंकों में वापस आए 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों की अब भी पूरी तत्परता के साथ करंसी वेरिफिकेशन सिस्टम के जरिए जांच की जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आरबीआई की ओर से जानकारी दी गई है कि प्रोसेस्ड नोटों की कुल वैल्यू करीब 10.91 लाख करोड़ रुपये है। PTI के एक संवाददाता द्वारा आरटीआई के जरिए मांगी गई जानकारी के जवाब में आरबीआई ने कहा है कि ‘सभी उपलब्ध काउंटिंग मशीनों पर डबल शिफ्ट में स्पेसिफ़ाइड बैंक नोट्स जांचे जा रहे हैं।

बैंक की ओर से यह भी बताया गया कि नोटबंदी के बाद तमाम बैंकों में जमा कराए गए 500 और 1000 रुपये के नोटों की गिनती कम से कम 66 सफिस्टिकेटेड करंसी वेरिफिकेशन ऐंड प्रॉसेसिंग  मशीनों पर चल रही है। इससे पहले आरबीआई ने कहा था कि बैन किए गए 500 और 1000 रुपये के नोटों का 99 फीसदी (15.28 लाख करोड़) बैंक में वापिस आ चुका है|