पटना: बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने जीएसटी और नोट्बंदी को लेकर बीजेपी और वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा है| उन्होंने कहा कि नोट्बंदी से लगभग 20 लाख लोगों की नौकरी चली गयी| इस बेरोज़गारी के ज़िम्मेदार सिर्फ वित्त मंत्री अरुण जेटली हैं| सिन्हा ने कहा कि नोट्बंदी पूरी तरह से असफल रही है और इसको लागू करने के उन्होंने दिमाग का इस्तेमाल नहीं किया है इसलिए आज भारत में बेरोजगारों की संख्या बढ़ गयी है| इतना सब होने के बाद भी सरकार इस असफल नोट्बंदी को सफल बताने में लगी है|
यशवंत सिन्हा ने पटना में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस नोट्बंदी का उद्देश्य पूरा नहीं हो पाया सरकार ने जिस काले धन का ढोंग किया था वह अभी तक वापिस नहीं आया| बल्कि 99 फीसद करेंसी वापस आ गई है। इसलिए वह अब अपनी गलती सुधारने के लिए रोज़ बदलाव कर रहे हैं| यशवंत ने प्रधानमंत्री से वित्त मंत्री बदलने की मांग की है|