झारखंड निगरानी ब्यूरो ने मुंसिपल कॉर्पोरेशन के अप्रैल में हुए मेयर इंतिखाबात के दौरान साबिक़ मेयर रमा खलखो के इंतिखाबी मुहिम के दफ्तर से तकरीबन 22 लाख रुपये की बरामदगी के मामले में छापेमारी के वक़्त वहां मौजूद रांची के कांग्रेस एमपी सुबोधकांत सहाय के भाई सुनील सहाय को गिरफ्तार करने की अदालत से इजाजत मांगी है।
निगरानी ब्यूरो के इस दरख्वास्त पर गौर करने के बाद खुसुसि जस्टिस एके चतुर्वेदी ने ब्यूरो को कांग्रेस लीडर सुनील सहाय के खिलाफ इस मामले में मिले तमाम सुबूतों और केस डायरी को अदालत के सामने रखने की हिदायत दिये हैं। इस मामले में रमा खलखो ने दो माह तक फरार रहने के बाद चार जून को अदालत में सरेंडर किया था, जिसने उन्हें जेल भेज दिया था। कुछ दिनों पहले ही खलखो को इस मामले में जमानत मिली है।
इस साल अप्रैल में मेयर इंतिखाबात की शाम रमा खलखो के एक होटल वाक़ेय दफ्तर से छापेमारी में पुलिस और सीबीआई ने 22 लाख रुपये की बिना हिसाब की नकदी बरामद की थी और इस मामले में दो कांग्रेसी लीडरों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले से जुड़े एक दीगर मुल्ज़िम संतोष कुमार सिंह की जायदाद कुर्क करने की सीबीआई ने अदालत से इजाजत मांगी है।