नई दिल्ली: सरकार ने आज दावा किया है कि 500 और 1000 रुपये के नोटों को बद करने के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और पत्थरबाजी घटनाओं के अलावा देश में नकली नोटों की तस्करी में काफी कमी आई है। राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने आज लोकसभा में बताया कि बडे नोटों को रद्द करने संबंधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद से देश में नकली नोटों की तस्करी करने की कोई कोशिश नहीं की गई।
उन्होंने बताया कि नोटों को रद्द करने का सबसे बड़ा प्रभाव नकली मुद्रा और आतंकवादियों को फंड्स की आपूर्ति पर संकलित हुआ है जबकि कश्मीर में पथ्थर बाज़ी करने वाले पूरी तरह से रोक गए हैं। उन्होंने शून्यकाल के दौरान यह बयान दिया और आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी के संबंध देश के अन्य विद्रोहियों के साथ पाए जाते हैं और कुछ तत्वों के पाकिस्तान में उग्रवादी नेताओं के साथ संपर्क हैं।
श्री किरण रिजिजू ने कहा है कि हमारा पड़ोसी न केवल कश्मीरी अलगाववादी बल्कि देश में विद्रोही तत्वों को प्रोत्साहित और संरक्षण कर रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ अलगाववादी नेताओं के पाकिस्तान विशेषकर कश्मीर में उग्रवादियों के साथ सम्पर्क हैं और देश में विध्वंसक गतिविधियां अंजाम देने के लिए पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा उन्हें निर्देश और वित्तीय सहायता दी जाती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस तरह के तत्वों के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि राज्य सुरक्षा समीक्षा समन्वय समिति की सिफारिश पर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा इंतेजाम किए जा रहे हैं और जरूरत के अनुसार पुलिस स्पेशल ऑफीसर्स, गार्ड्स बढ़ाया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार को यह सूचना है कि कुछ अलग होना पसंद नेताओं विदेश का दौरा करते हुए भारत दुश्मन गतिविधियों में शामिल हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें जम्मू-कश्मीर की स्थिति सुधारने की कोशिश में लगे हुए हैं और हाल के दिनों में पत्थरबाजी में कमी आ गई है।