नोट बंदी ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी: आप

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने आज कहा कि नोट बंदी मुहिम आज़ाद भारत का सबसे बड़ा स्कैम है जिसने देश‌ की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है। सीनियर आप लीडर संजय सिंह ने रिज़र्व बैंक आफ़ इंडिया को भी आलोचना का निशाना बनाया कि इस ने इस मुहिम से 500 रुपय और 1000 रुपय की नोटों पर जुमला राशि के संबंध से देश‌ से झूठ बोला था।

उन्होंने कहा कि जहां प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का दावा है कि 500 रुपय और 1000 रुपय की बड़ी नोटों से काला धन, आतंकवाद और नक्सलिज़म की लानत का ख़ातमा करेगी, वहीं इस मुहिम ने अर्थव्यवस्था को बढ़ा दिया है। केंद्रीय बैंक ने पिछले हफ्ते बयान दिया कि बैंकिंग प्रणाली में 500 रुपय और 1000 रुपय की नोटों का 90% हिस्सा बैंकिंग सिस्टम में वापिस आचुका है।

रिज़र्व बैंक जो अभी तक पिछले साल 8 नवंबर के बाद से जमा कराई गई करंसी बताने बैंक‌ टालता रहा, इस ने 2016-17 की अपनी सालाना रिपोर्ट में बयान कर दिया कि15.28 लाख करोड़ करंसी बैंकों में वापिस आगई और सिर्फ16,050 करोड़ रुपय बाहर हैं। आप लीडर आशूतोष ने कहा कि अर्थव्यवस्था जनवरी से मार्च 2016 के बीच‌ 8.5 की दर से बढ़ी, लेकिन 2017 की अवधि के दौरान विकास दर के प्रतिकूल प्रभावों के चलते इस दर में 6% की कमी आई है।