नई दिल्ली 26 अक्टूबर (पी टी आई) बी जे पी ने आज 2008-ए-के नोट बराए वोट अस्क़ाम की तहक़ीक़ात का सवाल उठाते हुए कहा हीका इस अस्क़ाम से फ़ायदा उठाने वालों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की गई जबकि अस्क़ाम का अफ़शा-ए-करने वालों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया।
बी जे पी के चीफ़ तर्जुमान रवी शंकर प्रशाद ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि अस्क़ाम से जिन अफ़राद को फ़ायदा हुआ उन के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की गई। जो लोग जेल की सज़ा-ए-काट रहे हैं इन का स तहक़ीक़ात में कोई रोल नहीं है | उन्होंने कहा कि बड़ी बदबख़ती की बात हीका जिन लोगों ने अस्क़ाम का अफ़शा-ए-क्या उन्हें दीवाली के मौक़ा पर भी जेल में महरूस रूखा गया है।
बी जे पी के साबिक़ अरकान-ए-पार्लीमैंट फ़िगन सिंह कोलसटे और महावीर भगोरा को जो बी जे पी लीडर ऎल् के अडवानी के साबिक़ मददगार थे और कुलकर्णी को अदालती तहवील में दिया गया है।
जबकि समाजवादी पार्टी से ख़ारिज करदा लीडर अमर सिंह को सेहत की बुनियादों पर ज़मानत दी गई है। इस मसला पर सारा मुल़्क एहतिजाज कर रहा है।
रवी शंकर प्रशाद ने तिहाड़ जेल में इन तीनों से मुलाक़ात करने केलिए लोक सभा में अप्पोज़ीशन लीडर सुषमा स्वराज के साथ जाने से क़बल अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि पार्टी शुरू से ये कहते आ रही है कि अस्क़ाम का फ़ायदा उठाने वालों को खुली छूट दी गई है।
22 जुलाई 2008-ए-में एतिमाद के वोट के दौरान बी जे पी के अरकान ने ही रिश्वत दिए जाने का इन्किशाफ़ किया था।