रियासत तेलंगाना में पिछ्ले माह मुनाक़िदा एम एलसी चुनाव के मौके पर पेश आए नोट के इव्ज़ वोट मुआमले जहां संगीन शक्ल इख़तियार कर गया वहीं आंध्र प्रदेश की दो अहम सियासी जमातें तेलुगु देशम पार्टी और वाई एस आर कांग्रेस पार्टी ताज़ा तरीन सूरत-ए-हाल का जायज़ा लेने के लिए हंगामी मीटिंग तलब कररही हैं और उन इजलासों के इनइक़ाद से पाई जाने वाली गर्मा गर्म सूरत-ए-हाल के बाइस पार्टी कारकुनों-ओ-क़ाइदीन में ज़बरदस्त ब्रहमी पैदा होरही है।
इस तरह सियासी जमातों के माबैन गर्मा गर्म मुबाहिस की वजह से सूरत-ए-हाल संगीन शक्ल इख़तियार कररही है। बताया जाता हैके एक तरफ़ बरसर-ए-इक्तदार तेलुगु देशम पार्टी सदर-ओ-चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश एन चंद्रबाबू नायडू ना सिर्फ़ पार्टी क़ाइदीन के मीटिंग तलब कररहे हैं बल्कि काबीना का हंगामी मीटिंग तलब करके ताज़ा तरीन सियासी सूरत-ए-हाल का जायज़ा लेने में मसरूफ़ हैं इसी तरह क़ाइद अप्पोज़ीशन क़ानूनसाज़ असेंबली आंध्र प्रदेश वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने भी लोटस पांड पर पाए जाने वाले वाई एस आर कांग्रेस पार्टी हेडक्वार्टर पर अपने रफ़क़ा के साथ मीटिंग तलब करके सियासी सूरत-ए-हाल-ओ-इमकानी सियासी उथल पुथल का संजीदगी से जायज़ा लेने में मसरूफ़ दिखाई दे रहे हैं।
इसी दौरान बावसूक़ सरकारी ज़राए के मुताबिक़ आंध्र प्रदेश रियासती काबीना के मुनाक़िदा तवील मीटिंग में नोट के इव्ज़ वोट मुआमलत से पैदा शूदा हालात को टालने के लिए किया हिक्मत-ए-अमली इख़तियार की जाये इस पर ही मीटिंग में मुकम्मिल तवज्जा दी गई। बताया जाता हैके मीटिंग में इस बात पर भी ग़ौर किया गया कि अगर किसी वजह से चंद्रबाबू नायडू को मुस्ताफ़ी होना ज़रूरी तसव्वुर किया जाये तो चंद्रबाबू नायडू के बजाये चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर किस को फ़ाइज़ किया जाये।