नोट बैन होने से कुछ घंटे पहले भाजपा के अकॉउंट में जमा हुई थी बड़ी रक़म !

कोलकाता: आठ नवम्बर की शाम यह खबर आग की तरह फैली कि कुछ देर मद प्रधानमंत्री मोदी देश के नाम संदेश देंगें। शाम का वक़्त था लोगों के कान खड़े हो गए। मीडिया से जनता तक प्रधानमंत्री को गंभीड़ता से सुनने लगे तभी कुछ देर में प्रधानमंत्री मोदी ने ऐलान किया कि आज आधीरात से 500 सौ और 1000 के नोट की मान्यता समाप्त कर दी गयी है।

किसी को कुछ खबर नहीं थी मीडिया से ले कर आम जनता तक नोट बैन की खबर सुन कर चकित रह गए। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी ऐलान किया कि मामले की गंभीड़ता को देखते हुए इसकी गोपनीयता रखी गयी। इसलिए मामले की जानकारी कुल 6 लोगों को ही थी। इस बात की पुष्टि बाद में आर बी आई के गवर्नर उर्जित पटेल ने भी कर दी थी। यहाँ तक बात समझ आती है लेकिन आज जो आरोप भाजपा पर लग रहा है यह एक सावल पैदा करता है।

अब खबर आरही है कि नोटबैन के ऐलान होने के ठीक कुछ घंटे पहले ही भाजपा के बैंक अकॉउंट में बड़ी रक़म जमा करवाई गयी थी। दरअसल यह पूरा मामला पश्चिम बंगाल में भाजपा के खाते नोट बैन के ऐलान होने के ठीक कुछ घंटे पहले कैश एक करोड़ रूपये जमा करवाये जाने की है।

घटना के सामने आने के बाद सीपीआईएम ने पुरे मामले की गोपनीयता पर सवाल खड़ा किया है। सीपीआईएम के प्रदेश सचिव सुर्जिया कांत मिश्रा ने कहा कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल की प्रदेश भाजपा यूनिट ने कोलकाता के चितरंजन एवेन्यू के इंडियन बैंक के ब्रांच के अपने खाते में एक करोड़ रूपये जमा कराये गए। इससे देख कर ऐसा मालूम होता है कि भजपा के लोगों को नोट बैन की खबर पहले से थी।

इसलिए प्रदेश भाजपा ने नोट बैन के ठीक कुछ घंटे पहले ही एक करोड़ की कैश रकम जमा करवाई गयी थी। उन्होंने अंत में यह भी कहा कि यह भाजपा की ब्लैक पैसों को वाइट करने की कोशिश थी।