नोट रद्द करने के खिलाफ आज भारत बंद

नई दिल्ली 28 नवंबर: देश में मुद्रा का चलन बंद करने मोदी सरकार के फैसले पर विपक्षी दलों ने ग़ैरमामूली गठबंधन किया था लेकिन “भारत बंद” के बारे में विपक्ष की राय विभाजित हो गई है। वामपंथी दलों भाकपा और माकपा ने बतौर विरोध पश्चिम बंगाल में 12 घंटे बंद का एलान किया है लेकिन तृणमूल कांग्रेस इस आंदोलन में शरीक नहीं होगी। कांग्रेस ने भी बंद में भाग न लेने का फैसला किया है।

जनता दल (यू) भी विपक्षी दलों के विरोध में शरीक नहीं होगी। ओडिशा में सत्तारूढ़ ए जे पी भी विरोध में शरीक नहीं हो रही है और पार्टी नेता व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नोट रद्द करने के फैसले की प्रशंसा की थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत बंद की अपील पर गंभीर आलोचना की और कहा कि उनका यह भारत बंद नोटों को रद्द करने के खिलाफ है। ये लोग भ्रष्टाचार और काले धन के सफाया की बाधाओं कर रहे हैं। एक ऐसे समय जब देश में रिश्वत और काला धन का अंत करना चाहता हूँ, यह दल इस में रुकावट डालना चाहती हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में भाजपा परिवर्तन यात्रा रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हम काला धन और रिश्वत का बाज़ार रोकने की कोशिश कर रहे हैं और कुछ लोग ” भारत बंद ” की अपील कर रहे हैं। किसी भी विपक्षी पार्टी का नाम लिए बिना नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में इस तरह का भारत बंद होना चाहिए या भ्रष्टाचार मार्गों को बंद कर देना चाहिए। कई विपक्षी पार्टियों ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को रद्द कर देने केंद्र के फैसले का विरोध करते हुए भारत बंद का एलान किया है।