मुल्क में ‘बेटी बचाओ’ के शोर के बीच उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला अस्पताल में हुई एक घिनौने वारदात में एक नोमौलूद बच्ची का गला काटकर और दोनों पैर तोड़कर इमरजेंसी वार्ड के बाथरूम में फेंक दिया गया.
इंसानियत को शर्मिंदा और इंसानी तकाजों को तार-तार कर देने वाली इस वारदात का खुलासा कल रात को हुआ. डाक्टरों ने बच्ची को बचाने की तमाम कोशिशें कीं लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके.
ज़िला अस्पताल के चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेट सर्वेश सक्सेना के मुताबिक इमर्जेंसी वार्ड के मरीजों ने कल रात बाथरूम में किसी नोमौलूद बच्चे की चीख सुनकर इसकी इत्तेला डाक्टरों को दी थी. जब टायलेट का दरवाजा खोला गया तो वहां कपड़े में लिपटी लहूलुहान बच्ची मिली. उसका ना सिर्फ गला काटा गया था बल्कि उसका जबड़ा और दोनों पैर भी टूटे थे.
उन्होंने बताया कि बच्ची को बचाने के लिये डाक्टरों ने तकरीबन छह घंटे तक मेहनत की लेकिन कामयाबी नहीं मिली.
सक्सेना ने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि बच्ची को टायलेट शौचालय कौन लाया. साथ ही पुलिस भी इसकी जांच कर रही है कि एक नोमौलूद बच्ची के साथ ऐसी वहशियाना हरकत किसने की.