ऑल मुस्लिम यूथ एसोसिएशन और झारखंड छात्र संघ के जरिये रातू ब्लॉक के हुरहुरी गाँव में अधिकार महा सम्मेलन का एंकाद किया गया। प्रोग्राम की सदारत आमया के सदर एस अली ने की।
इस मौके पर प्रोग्राम से खिताब करते हुये एस अली नेखा के नौजवानों को रोजगार मुहैया कराने और मुक़ामी पॉलिसी को नाफ़िज़ करने में साबिका हुकूमतों की तरह मौजूदा हुकूमत भी नाकाम है। सहचर कमेटी की सिफ़ारिशात को ले कर मुसलमानों की इक़्तेसादी, तालीमी और समाजी हालात में सुधार लाने के मकसद से वजीरे आजम 15 नुकाती प्रोग्राम बनाया गया है, जिसके मेंबरान साबिक़ वजीरे आला बाबू लाल मरान्डी, सुदेश महतो और साबिक़ मरकज़ी वजीर सुबोधकान्त सहाय है। लेकिन अफसोस की बात ये है की मजकुरह मेंबरान ने मंसूबा नफाज कमेटी की एक भी नसस्त में शामिल होना ज़रूरी नहीं समझा।
यही वजह है के आज झारखंड के 80 लाख अक़लियतों को उन मंसूबों का फाइदा नहीं पहुँच पाया। सरना धर्म के गृबंधन तिगगा ने कहा के रियासत में जोल्हा-कोल्हा की एक खूबसूरत तारीख रही है, जिसे बरकरार रखना बेहद ज़रूरी है।
उन्होने कहा के हिन्दुस्तानी सतह पर 21 करोड़ सरना आदिवासी मुसलमानों के साथ सियासी सम्झौता करने को तैयार हैं। मिस्टर तिगगा ने आवाम से दरख्वास्त करते हुये कहके वो एस अली और नाज़िया तबस्सुम के जरिये चलाई जा रही तहरीक में शामिल होकर उनकी तहरीक को मजबूती फराहम करें। डॉक्टर कर्मा और राव ने कहा के एजेएसयू, जेवीएम, जेएमएम और क़ौमी पार्टियों ने झारखंड के लूटने का काम किया है, मुदानियाती जखीरे से उन्होने करोड़ों रुपए नाजायज़ तरीके से हासिल किए हैं। नौजवान उन्हें इसका जवाब ज़रूर देंगे।
इस मौके पर करी जान मोहम्मद, आकलिमा खातून, नजीय तबस्सुम, नौशाद अशरफ, सानाउल्लाह अंसारी, मौलाना शौकत अली वगैरह शामिल थे।