नौजवानों पर आर एस एस की नज़र

मुंबई, 19 अक्टूबर,( एजैंसीज़ ) राष्ट्रीय स्वयम् सेवक संघ ( आर एस एस) की नज़रें अब नौजवानों पर टिकी हुई हैं।

हिंदुत्त्वा नज़रिया को नौजवान नसल में फ़रोग़ देने के लिए इस ने बड़े शहरों के इलावा आई आई टीज़ और आई आई ऐम ऐस जैसे मराकज़ को निशाना बनाना शुरू किया है। इस तंज़ीम को ना सिर्फ देही इलाक़ों में बल्कि मलिक के बड़े शहरों जैसे दिल्ली, कोलकता, बैंगलौर और मुंबई में अहम मराकज़ पर नज़र रख कर यहां के नौजवानों को हिंदुत्त्वा नज़रिया से हम आहंग करने की कोशिश की जा रही है।

ज़राए ने कहा कि अगर चूंकि आर एस एस के क़ौमी आमिला इजलास में जिस का इस हफ़्ता गोरखपुर मैं इनइक़ाद अमल में आया। क़ौमी सलामती पर अपनी तशवीश ज़ाहिर करते हुए मुख़्तलिफ़ मसाइल पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया।

आर एस एस सरबराह मोहन भागवत ने भी तंज़ीम को वुसअत देने के लिए नई राहें तलाश करने पर ज़ोर दिया।

असरी टैक्नालोजी की दुनिया में उभरते हुए नए चैलेंजस से निमटने के लिए अब आर एस एस इंजीनियर्स, डॉक्टर्स और तालीम-ए-याफ़ता तबक़ा को हिंदूतवा नज़रिया से आरास्ता करना चाहती है । मोहन भागवत ने सेवा भारती से कहा है कि वो टैक्नालोजी को फ़रोग़ देने के लिए ख़ुसूसी इक़दामात करे।

वो मुख़्तलिफ़ शहरों में अपने वैबसाईटस शुरू करने का भी इरादा रखती है जिस के ज़रीया नौजवान प्रचारकों को तलाश करते हुए इन में हिंदुत्त्वा नज़रिया को फ़रोग़ दिया जाएगा।

कुंवारे खासकर बेरोज़गार नौजवानों को आर ऐस उसका प्रचारक बनाते हुए उन्हें अपने नज़रियात की वुसअत पज़ीरी के लिए इस्तिमाल किया जाएगा और इस तंज़ीम के लिए उन की दोता तीन साल की खिदमत हासिल की जाएंगी।

कुंवारे और बेरोज़गार नौजवान आर एस एस के लिए अहम और मेहनती साबित होंगे । आर एस एस में एक और अहम तबदीली ये आई है कि इस ने अपने वर्कर्स के लिए रोज़गार पैदा करने वाली इस्कीमात पर भी तवज्जा दी है। इस ने 100 अशीया तैय्यार करने की कंपनीयां क़ायम करने का फ़ैसला किया है।