वज़ीरे ख़ारिजा ईरान मुहम्मद जव्वाद ज़रीफ ने आज कहा कि आलमी ताक़तों के साथ तवील मुद्दती न्यूक्लीयर मुआहिदे के बारे में आइन्दा माह बात चीत का अहया होगा। एक उबूरी छः माह की मुद्दत का मुआहिदा छः आलमी ताक़तों अमरीका, बर्तानिया, फ़्रांस, रूस, चीन और जर्मनी के साथ गुज़िश्ता साल नवंबर में तय पाया है जिस पर गुज़िश्ता पीर से अमल आवरी शुरू हो चुकी है।
इस मुआहिदे के तहत ईरान को अपनी न्यूक्लीयर सरगर्मियां छः माह के लिए मुंजमिद कर देनी हैं। इस के इवज़ बाअज़ तहदीदात से उसे छुटकारा मिल जाएगा। दोनों फ़रीक़ैन एक जामे मुआहिदा के लिए कोशां हैं।
जव्वाद ज़रीफ ने कहा कि उन्हों ने यूरोपीय यूनीयन की ख़ारिजा पॉलीसी की सरब्राह कैथरीन एश्टन के साथ इत्तिफ़ाक़े राय किया था कि ईरान के साथ पहला इजलासऔर छः आलमी ताक़तों के साथ उबूरी मुआहिदा किया जाएगा। ईरानी माह बहमन से जो 19 फरवरी को इख़तेताम पज़ीर होता है, ये मुआहिदा तए पा जाएगा।
मग़रिब और इसराईल को ईरान के न्यूक्लीयर अज़ाइम बाशमोल फ़ौजी सलाहियत हासिल करने का शुबा है, लेकिन इस इल्ज़ाम की ईरान की जानिब से तरदीद करदी गई है। तरदीदी ब्यान में कहा गया है कि उस की ऐटमी सरगर्मियां मुकम्मल तौर पर पुरअमन हैं।
ना तो अमरीका और ना मशरिक़े वुस्ता में इस के कट्टर हामी इसराईल ने बड़े पैमाने पर इस इलाक़ा की वाहिद न्यूक्लीयर मुसल्लह ताक़त के उभरने पर फ़ौजी कार्रवाई के इमकानात को मुस्तरद नहीं किया है।