सी पी आई ऐम के जनरल सेक्रेटरी प्रकाश करात का बयान न्यूक्लीयर वाजिबात क़ानून गै़रक़ानूनी होने का इद्दिआ
बाएं बाज़ू की पार्टीयों ने आज हुकूमत को इंतिबाह दिया कि वो एक गै़रक़ानूनी क़ानून मंज़ूर करने का इर्तिकाब करेगी अगर वो सियोल न्यूक्लीयर वाजिबात क़ानून में नरमी पैदा करने की कोशिश करेगी। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के आइन्दा दौरा अमरीका के मौक़े पर न्यूक्लीयर रीऐक्ट्रस की हिन्दुस्तान को सरबराही के मुआहिदे पर दस्तख़त का इमकान है।
सी पी आई ऐम के जनरल सेक्रेटरी प्रकाश करात ने नई दिल्ली में एक प्रेस कान्फ्रेस से ख़िताब करते हुए कहा कि अगर हुकूमत मुआहिदे तए करने के लिए अमरीकी दबाव के आगे घुटने टेक देना चाहती है तो उन्हें अंदेशा है कि वो एक गै़रक़ानूनी क़ानून मंज़ूर करने का अरतकार करते हुए ऐसा करेगी।
ये मुल्क के मुफ़ादात के ख़िलाफ़ होगा। मनमोहन सिंह हुकूमत की अमरीकी न्यूक्लीयर रीऐक्टर सरबराह करनेवाली कंपनीयों को सियोल न्यूक्लीयर वाजिबात क़ानून ने नरमी पैदा कर के अगर वाजिबात की दफ़ा से इस्तिस्ना देगी तो ऐसी कोशिश गै़रक़ानूनी समझी जाएगी। क्योंकि पार्लियामेंट में मनज़ोरा क़ानून की ख़िलाफ़वरज़ी होगी। उन्होंने कहा कि अमरीकीयों को चाहीए कि हिन्दुस्तान को इस के क़वानीन का एहतिराम करते हुए न्यूक्लीयर रीऐक्टर फ़रोख़त करे।
प्रकाश करात उन अख़बारी इत्तिलाआत पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर कररहे थे कि हुकूमत न्यूक्लीयर रीऐक्ट्रस अमरीकी कंपनी से हासिल करने के लिए एक मुआहिदा तए करना चाहती है जिस पर वज़ीर-ए-आज़म के आइन्दा दौरा के मौक़े पर दस्तख़त किए जाऐंगे। सीपी आई के क़ौमी सेक्रेटरी डी राजा ने हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो न्यूकलीयर मुआहिदा और वाजिबात के मसले के सिलसिले में हक़ीक़ी तौर पर मुश्तबा बन रही है।
हुकूमत को अपनी पेशरफ़त में मुहतात रहते हुए अमरीका को मुतमइन करना चाहीए और मुक़र्ररा क़ानून में कोई नरमी पैदा नहीं करनी चाहीए क्योंकि ये पार्लियामेंट में पहले ही मंज़ूर हो चुका है। डी राजा ने अपने बयान की वज़ाहत किए बगै़र कहा कि वज़ीर-ए-आज़म ने हिंद-अमरीका सियोल न्यूकलीयर मुआहिदे पर दस्तख़त के लिए हुकूमत की ताईद से बाएं बाज़ू की दसतबरदारी का ख़तरा तक मूल लिया था।