न्यूज़िलैंड में बैनुल अ़कवामी मुशायरा

उर्दू हिन्दी असोसिएशन न्यूज़िलैंड की जानिब से बैनुल अ़कवामी (अंतर्राष्ट्रीय) मुशायरा कवि सम्मेलन हुआ। इस त़करीब में साज़ पर ग़ज़लें भी पेश की गयीं।

महफिल का आग़ाज़ में लखनऊ से आये डॉ. शमीम अहमद ने शमा रोशन की। मेहमाने ख़ास के तौर पर न्यूज़िलैंड में पाकिस्तानी सिफारत ख़ाना(दूतावास) के मिलिटरी अताशी ब्रिगेडियर ज़हूर ख़ान मौजूद थे। मुशाएरे की कार्यवाही पाकिस्तान के मुहम्मद त़ौकीर ख़ान पयामी और कवि सम्मेलन की निज़ामत रूपा सचदेव ने की। शामे ग़ज़ल की पेशकश डॉ.एस.डी. मधुर ने की।

असोसिएशन के सदर नफ़ीस अ़खतर ने हाज़ेरीन का इस्त़ेकबाल किया। जिन शायरों और कवियों ने अपना कलाम पेश किया उनमें सायमा सिद्द़ीकी, मंजीत सिंह, सय्यद मुजीब, हरजीत सिंह, सय्यद मुज्तबा हुसैन, सोमनाथ गुप्ता, बाल मदन, शिव बद्रिनाथ, रीटा अरोरा, नईम तलीफ अहमद, राजन बख्शी, दीक्षा अरोरा और सुमन कपूर शामिल थे। ग़ौस मजीद ने ग़ज़ल सुनाकर मुशायरा लूट लिया। रीटा आरोरा की नज्म आँसू ने सामयीन(श्रोता) का दिल जीत लिया।