न्यूज़ीलैंड के क्राईस्टचर्च शहर की दो मस्जिदों में हुए आतंकवादी हमले के बाद से पूरी दुनिया स्तब्ध है, दरअसल न्यूज़ीलैंड एक बेहद ही शांतिप्रिय देश माना जाता है। एक ऑस्ट्रेलियाई श्वेत दक्षिणपंथी आतंकवादी द्वारा किये गए इस हमले में 49 लोगों की मृत्यु हुई और लगभग 20 लोग घायल हैं।
ऑस्ट्रेलिया के विवादित सांसद फ्रेज़र एनिंग को उस समय एक टीनएजर के गुस्से का शिकार होना पड़ा, जब वो #NewZealandTerroristAttack को जस्टिफाई करने की कोशिश कर रहे थे। pic.twitter.com/NGZO5ims4Q
— Tribunehindi.com (@TribuneHindi) March 16, 2019
हमलावर ने एक हैलमेट पहना हुआ था और उसपर कैमेरा लगाया हुआ था। जिससे वह फ़ेसबुक और इन्स्टाग्राम पर इस हमले की लाईव स्ट्रीमिंग कर रहा था, जोकि बेहद ही भयावह था।
एक तरफ़ इस हमले की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है, तो वहीं दूसरी तरफ़ इस्लामोफ़ोबिया से ग्रस्त लोग इस हमले पर अपनी ख़ुशी व्यक्त करने से पीछे नहीं रह रहे हैं। कुछ दक्षिणपंथी विचारधारा के लोग तो बाक़ायदा वीडियो बनाकर इस हमले को जस्टिफाई करने की कोशिश करते नज़र आ रहे हैं।
क्या ऐसे व्यक्ति पुलिस की ड्यूटी के दौरान अपने कर्तव्य का ईमानदारी के साथ बिना द्वेष के निर्वाहन कर पाते होंगे। @PoliceRajasthan ये आपके विभाग में ही पदस्थ हैं। क्या ऐसे लोग अपनी कार्यप्रणाली से आपको बदनाम नही कर रहे हैं। क्या आप इनके ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने के लिए एक्शन लेंगे pic.twitter.com/9SHiHVsbXA
— Tribunehindi.com (@TribuneHindi) March 16, 2019
हमले को जस्टीफ़ाई कर रहे ऑस्ट्रेलियाई सांसद का हुआ विरोध
एक ऑस्ट्रेलियाई सांसद द्वारा जब मीडिया के सामने इस आतंकी हमले को सही ठहराने की कोशिश हुई, तो एक ऑस्ट्रेलियाई किशोर ने सांसद के सर पर अंडा फोड़कर विरोध जताया।
जिसके बाद सांसद और उस किशोर के बीच हल्की फुल्की झड़प भी हुई। आर सुरक्षा गार्ड और वहां मौजूद लोगों के द्वारा दोनों को अलग किया गया। बाद में उस किशोर को पुलिस के द्वारा छोड़ दिया गया।
इस पूरे मामले में बेहद ही घिनौना रूप भारतीय दक्षिणपंथी विचारधारा से जुड़े लोगों का सामने आया। पूरा सोशलमीडिया दक्षिणपंथी विचारधारा से जुड़े लोगों की घटिया मानसिकता के खिलाफ एक जुट नज़र आया।
1/ Here is a bigoted sanghi idiot explaining the massacre of 49 people in New Zealand by a white terrorist is not an act of terrorism, but was something necessary.
This is what Hindutva ideology does to people
https://t.co/NsSkcpSf9u— Ravi Nair (@t_d_h_nair) March 16, 2019
दरअसल जिस तरह से इस हमले पर ख़ुशी व्यक्त करते हुए, भारत में भी ऐसे हमले करने की बात करते लोगों के कमेन्ट यह दर्शा रहेहैं, कि इस्लामोफ़ोबिया किस हद्द तक भारतीय जनमानस में समां गया है. किस तरह से ओपन प्लेटफोर्म में हिंसा की बात की जा रही है, अर्थात लोगों के अंदर से क़ानून का भय समाप्त हो चुका है।
ऐसे बहुत से घृणा फैलाने वाले कमेंट्स के स्क्रीनशॉट सोशलमीडिया में फ़ैल रहे थे, हमने ऐसी ही कुछ घटिया मानसिकता के साथ कमेंट करने वालों की पड़ताल की, आखिर कौन हैं ये लोग? जो इस तरह की मानसिकता का प्रदर्शन कर समाज और देश के लिए खतरा बने हुए हैं।
साभार- ‘tribunehindi.com’