न्यूयार्क में हिन्दुस्तानी सिफ़ारतकार की गिरफ़्तारी के हालात पर अमरीकी सफ़ीर का इज़हार-ए-अफ़सोस

अमरीकी सफ़ीर बराए हिंद नेन्सी पॉवेल ने अपने नए साल के पैग़ाम में इन हालात पर इज़हार-ए-अफ़सोस किया कि जिन के नतीजे में हिन्दुस्तान की नायब काउंस‌ल जनरल देवयानी खोबर गाड़े को गिरफ़्तार किया गया था जिसकी वजह से दोनों ममालिक के ताल्लुक़ात में कशदीगी पैदा होगई क्योंकि दोनों इस मसला पर अपने अपने मौक़िफ़ पर अटल हैं।

नेन्सी पॉवेल को दीगर अमरीकी सिफ़ारतकारों के साथ इन तमाम मुराआत से महरूमी का सामना है जिन से वो हिन्दुस्तान में अब तक इस्तिफ़ादा कररही थी। हिन्दुस्तानी सिफ़ारतकार के ख़िलाफ़ कार्रवाई पर ये हिन्दुस्तानी का जवाबी इक़दाम था। अमरीकी सफ़ीर ने कहा कि वज़ीर-ए‍-ख़ारिजा अमरीका जॉन केरी भी इन हालात पर इज़हार-ए-अफ़सोस करचुके हैं जिन के तहत हिन्दुस्तानी सिफ़ारतकार को गिरफ़्तार किया गया था उन्होंने कहा कि लेकिन हमें यक़ीन है कि बाहमी ताल्लुक़ात में मुसलसल तौसीअ करते रहेंगे।

उन्होंने मुख़्तलिफ़ मुतास्सिर कुन तबदीलीयों का हवाला दिया जो हिन्दुस्तान और अमरीका के दरमियान वसीअ तर शोबों में आरही हैं। उन्होंने कहा कि पेशरफ़त की कार्रवाई हिन्दुस्तानी काउंसलख़ाना के एक ओहदेदार और उसकी घरेलू ख़ादिमा के मसले पर पेशरफ़त जारी है और मुख़्तलिफ़ रद्द-ए-अमल मंज़रे आम पर आएं हैं।

हिन्दुस्तान मुसलसल मुतालिबा कररहा है कि खोबर गाड़े के ख़िलाफ़ मुक़द्दमे से ग़ैर मशरूत दसतबरादरी इख़तियार करली जाये। सिफ़ारतकार की गिरफ़्तारी और बादअज़ां इस के साथ बदसुलूकी पर हिन्दुस्तान में मुल्क गीर एहतेजाज का आग़ाज़ होगया था।