सदन में राहुल गांधी के पीएम मोदी को गले लगाने के बाद अटकलें लगना शुरू हो गई थीं, कि अब राहुल प्रधानमंत्री पद के लिए परफेक्ट उम्मीदवार बन चुके हैं। कई दलों समेत दबी छिपी आवाज में भाजपा के भी कुछ लोगों ने इसको हरी झंडी दी।
लेकिन इन सब के बीच अंतरराष्ट्रीय मीडिया कुछ और ही कयास लगा रहा है। जी हां अंतरराष्ट्रीय मीडिया की माने तो देश का अगला प्रधानमंत्री और मोदी का विकल्प कोई नेता नहीं बल्कि एक बाबा होगा। चौंक गए न…आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
इस मामले पर रोशनी डालने के लिए इसी वर्ष कुछ समय पीछे चलते हैं। नई दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में भारत सरकार के कई मंत्रियों के अलावा कई जानी-मानी हस्तियां एकत्र हुई थीं।
ये सब एक अलग ही तरह की शख्सियत की बॉयोपिक फिल्म को देखने के लिए आए थे जिसका शो पहली बार उस शाम को दिखाया जाना था। मंच के बीच में मुस्कराते राजनेताओं और कैबिनेट के सदस्यों के बीच एक शख्स भी बैठा था जिसके जीवन पर यह फिल्म केंद्रित थी। शरीर पर लंबी केसरिया धोती, लंबी दाढ़ी में बैठे शख्स कोई और नहीं बल्कि बाबा रामदेव थे।
अमरीका के जाने माने अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने अखबार में लिखा कि भारी जनसमूह के बीच बाबा रामदेव ने माइक लिया और वहां पर बैठे ब्रम्हचारी छात्रों का परिचय कराया। हर किसी ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। वहां पर मौजूद लोगों ने हाथ उठाकर कहा, ‘भारत महान है’।
बताया गया कि कैसे उन्होंने योग कैंप चलाकर भारत के मिडिल क्लास में फिटनेस लाने का काम किया, कैसे उन्होंने औषधि और कंज्यूमर गुड्स कंपनी पतंजलि आयुर्वेद बनाई और कैसे उन्होंने करोड़ों का साम्राज्य स्थापित किया। इन सब के बीच जो चौंकाने वाली बात थी वो थी दुनिया के दिग्गजों से बाबा राम देव की तुलना।
जी हां न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रामदेव की तुलना दक्षिण-पूर्ण के बापटिस्ट फायरब्रांड बिली ग्राहम से की जाती है जो अमरीका के कई राष्ट्रपतियों को सलाह देते रहे हैं और ईसाई धर्म को नई ऊर्जा दी। ऐसी ही तस्वीरें भारत में बाबा रामदेव के रूप में भी देखने को मिलती हैं।