नज़्मो नस्क़ में अक़लीयती ओहदेदारों का फ़ुक़दान संगीन मसअला

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना नज़्मो नस्क़ में अक़लीयती ओहदेदारों की कमी एक संगीन मसअला बन चुकी है। रियासत की तक़सीम के बाद तमाम मह्कमाजात को दोनों रियासतों में तक़सीम कर दिया गया लेकिन सेक्रेट्रीएट में आला ओहदों पर मुस्लिम ओहदेदारों की कमी साफ़ तौर पर दिखाई दे रही है। सेक्रेट्रीएट में आला ओहदों पर अक़लीयती ओहदेदारों के तक़र्रुर में हुकूमतों को दुशवारी का सामना है।

हत्ता कि महकमा अक़लीयती बहबूद में तक़र्रुर के लिए मुस्लिम ओहदेदार मौजूद नहीं। सेक्रेट्रीएट में मुस्लिम ओहदेदारों और मुलाज़मीन की तादाद में बतदरीज कमी तशवीश का बाइस है और इस का असर नज़्मो नस्क़ में मुस्लिम नुमाइंदों पर पड़ेगा। बताया जाता है कि दोनों रियासतों के सेक्रेट्रीएट में एडीशनल सेक्रेट्री और डिप्टी सेक्रेट्री रुतबा का एक भी मुस्लिम ओहदेदार मौजूद नहीं है।

अगर हुकूमतें इस जानिब तवज्जा ना दें तो आने वाले दिनों में सेक्रेट्रीएट मुस्लिम मुलाज़मीन और ओहदेदारों से ख़ाली हो जाएगा और महकमा अक़लीयती बहबूद में भी गैर अक़लीयती ओहदेदार तैनात किए जाएंगे।