पंचायत ने सुनाई नौजवान को मौत की सजा और पेड से लटका दे दी फांसी

उत्तर प्रदेश में एक दलित नौजवान को पंचायत की तरफ से मौत की सजा का फरमान सुनाने और उसको पेड से लटका कर फांसी दे देने का का मामला सामने आया है।

फौतशुदा नौजवान के वालिद ने पंचायत के मेम्बरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। मामला बुलंदशहर जिले के नगला टोटा गांव का है, जहां का लाला नामी नौजवान छह महीने पहले गांव की ही एक खातून के साथ भाग गया था। वे कुछ दिन देहरादून में रहे और बाद में खातून अपने शौहर के घर आकर रहने लगी। मंगल के रोज़ शाम के वक्त लाला खातून से मिलने उसके घर पहुंचा।

और खातून के शौहर ने उसे देख लिया और पंचायत बुला ली। लाला के वालिद का इल्ज़ाम है कि पंचायत ने उसके बेटे को पहले पीटने और फिर फांसी देने का फरमान सुनाया। इसके बाद उसे शीशम के पेड पर लटका कर फांसी दे दी। वालिद का इल्ज़ाम है कि खातून ऊंची जाति की है और फौतशुदा शख्स दलित खानदान से था, इसलिए उसे मौत की सजा दी गई।

इत्तेला पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लाला की लाश को पेड से उतारा। पंचायत के मेम्बर फरार चल रहे हैं। पुलिस इसे खुदकुशी का मामला बता रही है। कोतवाली देहात के इंचार्ज आरपी सिंह ने कहा कि जिस खातून को लाला भगा ले गया था, वह उसे छोडकर लौट आई। इसी गम में उसने खुदकुशी कर ली।

पुलिस कत्ल और खुदकुशी दोनों नजरिए से मामले की जांच कर रही है। लाला नगला तोता गांव में अपने साथी बिन्नी के साथ हलवाई का काम करता था।पुलिस ने शक की बुनियाद पर उस खातून को चौकी पर बुलाया, जिसे भगाने का इल्ज़ाम लाला पर था। खातून के शौहर की मौजूदगी में एएसपी ने उससे पूछताछ की।