पंचायत राज निज़ाम मुस्तहकम ( मजबूत) करने बी जे पी की अपील

जम्मू, १९ सितंबर ( पी टी आई) बी जे पी ने आज वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से ख़ाहिश ज़ाहिर की कि रियासत में पनचायती राज निज़ाम को मुस्तहकम (मजबूत) करने के लिए आईन (परम्परा/ विधान) के 73 वें तरमीम का इतलाक़ किया जाय । बी जे पी क़ाइद ( लीडर) और एम पी राज नाथ सिंह ने आज वज़ीर-ए-आज़म के नाम तहरीर करदा मकतूब ( पत्र) में कहा कि वो रियासत में पनचायती राज निज़ाम को मुस्तहकम (मजबूत) करने के लिए वज़ीर-ए-आज़म मूसिर (शक़्तीशाली) इक़दामात ( काम) करें ।

अगर मर्कज़ी हुकूमत मुल्क गीर पैमाने पर पनचायती राज निज़ाम को मुस्तीकम करने पुराज़म ( मजबूत करने के लिए प्रयत्नशील है) है तो रियासत जम्मू-ओ-कश्मीर पर भी 73 वीं तरमीम का इतलाक़ होना चाहीए । राज नाथ सिंह के मकतूब की नक़ल मीडीया को दी गई ।

राज नाथ सिंह के मुताबिक़ 73वीं तरमीम के इतलाक़ से रियासत में पंचायतें मआशी तौर पर ख़ुद मुकतफ़ी हो जाएंगी । यही नहीं बल्कि इस ख़ित्ता ( क्षेत्र) में मौजूद दहशतगर्दी से निमटने ( नपटने के लिए) मूसिर इक़दामात (शक्ती शाली कार्य) काम भी किए जा सकते हैं ।

उन्होंने कहा कि जम्मू-ओ-कश्मीर जैसी रियासत में जमहूरीयत ( प्रजातंत्र) के फ़रोग़ ( उन्नती) के लिए सिक्योरिटी और मआशी ख़ुद इख़तियारी बहुत ही कारआमद अजज़ा हैं । 73 वीं तरमीम के अदम इतलाक़ की वजह से ही रियासत जम्मू-ओ-कश्मीर में फंड्स में ख़िरद बुरद के वाक़ियात रौनुमा हो रहे हैं क्योंकि फंड्स की तक़सीम में कोई शफ़्फ़ाफ़ियत (सुस्पष्ट) नहीं है ।

उन्होंने हालिया हमलों के तनाज़ुर (हालात) में सरपंचों की सिक्योरिटी में इज़ाफ़ा किए जाने का भी मुतालिबा किया ।बी जे पी के मुताबिक़ पंचायत राज निज़ाम का इस्तिहकाम ( मजबूती) ही दहशतगर्दी पर मुकम्मल कंट्रोल की वजह बन सकता है ।