पंचों ने नाबालिग के हमल की कीमत लगायी दो लाख

कई मामलों में पांचों का फैसला हैवानों जैसा सामने आया है। इसको लेकर बहस भी होती रही है, लेकिन पंच ने अपना रवैया नहीं बदला है। कांटी के शुंभकरपुर के पंचों ने भी ऐसा ही कारनामा किया है। इन्होंने 13 साल की बच्ची के हमल में पल रहे पांच साल के बच्चे की कीमत दो लाख रुपये तय की है।

पंचों ने फरमान सुनाया, दो लाख रुपये ले लो। बच्ची का हमल गिरा दो, ताकि मामला ही खत्म हो जाये, लेकिन मुतासीर बच्ची के अहले खाना हमल में पल रहे बच्चे को जन्म लेते देखना चाहते हैं। साथ ही इनकी मांग है कि 35 साल के मुल्ज़िम अरुण भगत को उसके किये की सजा मिलनी चाहिए, लेकिन न पंचायत और न पुलिस। कोई इनका साथ नहीं दे रहा है। अहले खाना ने पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन उनका दरख्वास्त लेने से इनकार कर दिया गया। अब जब मामला तूल पकड़ने लगा है, तो थाना इंचार्ज कह रहे हैं। जानकारी तो मिली है, लेकिन मुतासीर की तरफ से दरख्वास्त नहीं दिया गया है।

जांच से खुलासा

13 साल की मुतासीर ने पंचों के सामने जो बात बतायी, वो दिल दलहा देनेवाली थी। उसने बताया 25 मई को वो दुकान पर सामान लेने गयी थी। इसी दौरान अरुण भगत ने उसे पकड़ लिया था। खजुरबनी ले गया, जहां उसके साथ जोर-जबरदस्ती की और कहा, अगर इसकी जानकारी किसी को दोगी, तो हम तुम्हे मार डालेंगे। इसके बाद अरुण ने कई बार उसके साथ जबरदस्ती की। डर के मारे बच्ची चुप रही। सप्ताह भर पहले जब उसके पेट में दर्द हुआ, तो इसकी इत्तिला उसने अपनी वालिदा को दी। वालिदा लेकर डॉक्टर के पास पहुंची, जहां जांच हुई, तो पूरा मामला सामने आया।

मचा दिया शोर

डॉक्टर ने कहा, बच्ची को पांच माह का हमल है। ये सुनते ही उसकी वालिदा के तो जैसे होश ही उड़ गये। उन्होंने बच्ची से पूछा, तो उसने पूरी जानकारी दी। गांव में जैसे ही ये जानकारी फैली। अरुण भगत होशियार हो गया। उसने मौका देख कर बच्ची का गला दबा कर कत्ल करने की कोशिश की, लेकिन उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। इससे उसकी जान बच गयी।

धमका रहा मुल्ज़िम

इधर, पूरा मामला सामने आने के बाद मुतासीर खानदान को धमकी मिलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। बच्ची के वालिद ने बताया, मुल्ज़िम अरुण भगत मुसलसल उन्हें धमका रहा है, जिससे हम लोग महफूज़ नहीं हैं। हैं.

मुल्ज़िम को जरूर मिले सजा

पंचों का कहना था, बच्ची का हमल गिरा देना चाहिए। मुतासीर को दो लाख मुल्ज़िम की तरफ से दिये जायें, लेकिन ये फैसला मुतासिरा के अहले खाना ने मंजूर नहीं किया। उनका कहना था, हमें इंसाफ चाहिए। मुल्ज़िम अरुण भगत को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। वहीं, गांव के ज्यादातर लोगों का भी कहना है कि इस मामले में मुतासिरा को इंसाफ मिलना चाहिए। मुल्ज़िम अरुण भगत के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।