पंजाब के फगवाड़ा में फिर तनाव, भारी पुलिस बल तैनात, इंटरनेट सेवा बंद

फगवाड़ा में रविवार को एक बार फिर तनाव पैदा हो गया। 13 अप्रैल को दाे समुदायों के बीच टकराव के कारण हुए गोलीकांड का शिकार हुए यशवंत बॉबी की मौत हो जाने से शहर में बाजार बंद हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरे शहर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और इंटरनेट सेवा भी बंद है। नेशनल हाइवे भी बंद होने की सूचना है। अभी किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।

शहर में सभी दुकानें बंद हैं आैा सड़कें सुनसान पड़ी हैं। शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है और सड़कों पर गश्‍त की जा रही है। आइजी नोनिहल सिंह सीसीटीवी कमरों से सारे शहर के हालात पर नजर रखे हुए हैं।  नेशनल हाइवे भी बंद है और वाहनाें की आवाजाही नहीं हाे रही है।

फगवाड़ा में 13 अप्रैल को गोल चौक  का नाम बदले जाने को लेकर हुए जातीय तनाव में फायरिंग में घायल हुए जसवंत उर्फ बॉबी का रविवार सुबह निधन हो गया। बॉबी उसी दिन से ही लुधियाना के दयाननंद अस्पताल में  मौत से लड़ाई लड़ रहा था।

प्राप्त जानकारी अनुसार, बॉबी के शव को फगवाड़ा लाया जा रहा है। सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कोई ढील नहीं दी है | बॉबी के घर के आस पास घेराबंदी की गई है। मुख्य द्वार के आस पास दो से तीन बैरिकेड लगाए गए हैं। पूरा फगवाड़ा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।

 

कपूरथला  डीसी मोहम्मद तैयब व एसएसपी संदीप शर्मा ने इलाके में तैनात किए गए ड्यूटी मजिस्ट्रेटों व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर फगवाड़ा में बने हालात की समीक्षा की। डीसी और एसएसपी ने कहा कि पुलिस अधिकारी हर हालत में अपने इलाके में तैनात ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ पूरा ताल-मेल रखें और पल-पल की रिपोर्ट आला प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचाएं।

 

बता दें की जालंधर-लुधियाना नेशनल हाईवे पर स्थित फगवाड़ा के बस स्टैंड के पास गोल चौक का नाम एक समुदाय ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीम राव आंबेडकर के नाम पर रखने की कोशिश की। समुदाय के लोगों ने वहां डॉ. आंबेडकर की तस्वीर सहित संविधान चौक नाम का बोर्ड लगा दिया। इसका दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध किया जिसके बाद दोनों समुदायों में टकराव हो गया। इसमें फा‍यरिंग होने से जसवंत उर्फ बॉबी घायल हो गए थे।