चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में इस बार के फिर से कांग्रेस के लिए बागी व भीतरघाती बड़ी परेशानी बनते नजर आ रहे हैं। टिकट वितरण में तव्वजों से नाराज कई जगह बागी खड़े हो गये हैं, जो चुनाव लड़ने का जाेखिम नहीं उठा पाये वें भीतरघात की कोशिश में हैं। इससे पंजाब के कांग्रेसी नेताओं की नींद उड़ गयी है।
पार्टी के एआइसीसी के नेता चंडीगढ़ में पार्टी दफ्तर के अलावा हर जिले में स्थिति का आकलन करने के लिए पहुंच गये हैं। कोशिश की जा रही है कि भीतरघातियों और बागियों को कैसे मनाया जाये?
गौरतलब है कि वर्ष 2012 में कांग्रेस के 14 बागी खड़े हुए थे, जिन्हें मनाने में कैप्टन अमरिंदर सिंह नाकामयाब रहे, क्योंकि तब भी टिकटों को देने में काफी समय लग गया। पार्टी के पास इतना समय ही नहीं बचा कि इन्हें मनाकर बिठाया जा सके। लगभग वही स्थिति अब 2017 के चुनाव में भी देखने को मिल रही है।