पंजा गुट्टा में बारिश के पानी से मसाइल

शहर हैदराबाद तरक़्क़ी करता हुआ अपना ऊंचा मुक़ाम मुल्क भर में बना रहा है । इस के दो हिस्से हैं एक पुराना शहर और एक नया शहर इस तरह नए शहर की शुरूआत कहां से करें इस बात का अंदाज़ा आज अवाम को नहीं है बल्कि ये ज़रूर कहते हैं पंजा गट्टा सोमाजी गौड़ा नए शहर में शुमार होते हैं जब बात पंजा गट्टा की आती है लोग अक्सर बारिश के मौसम को याद करते हैं ।

पंजा गुट्टा की तारीख है हल्की बारिश भी यहां अवाम के लिये मुश्किलात पैदा कर देती है । ये बात बिलकुल सच्च है । पंजा गुट्टा बलदी डे वीज़न कारपोरेटर ख़ुद मानते हैं कि बलदिया की जानिब से बारिश के पानी का बहाउ और इस की निकासी का कोई ख़ास रास्ता यह मुकम्मल तौर पर कोई तरीका जिस से अवाम को बारिश में राहत मिल सके और ट्रैफिक में ख़लल ना रहे नहीं है ।

टी वी चैनलों को इंटरव्यू देते हुए बताया था कि पंजा गुट्टा के बलदी मसाइल के लिये बलदिया के आला ओहदेदार और सयासी क़ाइदीन रुकावट बन रहे हैं । पंजा गुट्टा नए शहर का सैंटर माना जा रहा है क्यों कि पंजा गुट्टा से पट्टन चीरू , चारमीनार , सिकंदराबाद , हाईटेक से जेडी मेटला और मह्दी पटनम , गुच्ची बावली , शमस आबाद वगैरह के रास्ता गुज़रते हैं इस लिये भी पंजा गुट्टा को नए शहर का सैंटर कहा जाता है लेकिन यहां बलदी मसाइल आज भी इस तरह मौजूद हैं जैसे पहले थे ।।