पटना जिला की एक अदालत ने यहां गुजिशता 27 अक्तूबर को हुए सिलसिलेवार धमाके के दो मुल्ज़िम ताबिश नियाज़ और इम्तेयाज अंसारी की अदालती हिरासत की मुद्दत 14 दिनों के लिए और बढ़ा दी है।
पटना के बेउर जेल में बंद, सिलसिलेवार धमाकों के मुलजिमों को एनआईए के जस्टिस अनिल कुमार सिंह की अदालत में पेश किए जाने पर उन्होंने अगले नौ दिसंबर तक निजाज और अंसारी की हिरासत की मुद्दत 14 दिनों के लिए बढाए जाने की हिदायत दिया।
पटना के गांधी मैदान में गुजिशता 27 अक्तूबर को मुनक्कीद भाजपा की हुंकार रैली को नरेंद्र मोदी के खिताब करने से पहले पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दस पर एक टॉइलेट में हुए धमाके के बाद अंसारी को और बाद में मोतिहारी से नियाज़ को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पटना के गांधी मैदान में हुए इस सिलसिलेवार धमाके में छह लोगों की मौत हुई थी और 82 दीगर जख्मी हो गए थे।
दरभंगा से हासिल जानकारी के मुताबिक, मुश्तबा महरे आलम और उसके वालिद मोहम्मद आलम से उनके अबाई गांव में एनआईए की टीम ने पूछताछ की।
एनआईए के बी बी पाठक ने बताया कि एनआईए की टीम ने हवाला कारोबार करने वाले मुश्तबा मोहम्मद अली के चचेरे भाई मोहम्मद खुर्रम की वालिदा (जो कि दरभंगा के लहेरियासराय में रहती हैं) से भी पूछताछ की है। मोहम्मद अली को कोलकाता में गिरफ्तार किया था।