पटना सिलसिलेवार धमाकों के मामले में तीसरे मुश्तबा शख़्स को कल रांची से गिरफ़्तार करलिया गया जबकि इन धमाकों की तहक़ीक़ात एन आई ए ने शुरू करदी है और मज़ीद एक शख़्स को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
मुश्तबा शख़्स तारिक़ की हालत इंतिहाई नाज़ुक है और डॉक्टर्स ने कहा कि इस के बचने के इमकानात कम दिखाई दे रहे हैं, जिसकी वजह से तहक़ीक़ाती ओहदेदारों की इन धमाकों के सिलसिले में अहम मालूमात हासिल होने की उमीदों को धक्का पहूँचा है। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि पटना धमाकों का मुक़द्दमा नीतीश कुमार हुकूमत की दरख़ास्त पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एन आई ए) के हवाले किया गया है।
पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीटियूट आफ़ मेडिकल साइंसेस के डायरैक्टर अरूण कुमार सिंह ने बताया कि तारिक़ को मस्नूई तनफ़्फ़ुस पर रखा गया है। इसके दिमाग़ को काफ़ी नुक़्सान पहुंचा और बचने के इमकानात कम नज़र आरहे हैं। इस दौरान रांची पुलिस की मदद से एन आई ए ने एक और मुश्तबा शख़्स एजाज़ अहमद को गिरफ़्तार करलिया है। दीगर दो मुश्तबा अफ़राद को जिनकी तहसीन और इमतियाज़ अंसारी की हैसियत से शनाख़्त की गई बम धमाकों के फ़ौरी बाद गिरफ़्तार किये जा चुके है।
झारखंड के डी जी पी राजीव कुमार ने हज़ारी बाग़ में मीडिया को बताया कि सिलसिले वार धमाकों के बाद 6 अफ़राद को तफ़तीश के लिए हिरासत में लिया गया है। इनमें से एक अरशद अहमद को बिहार के मशरिक़ी इलाक़ा में एक गांव से गिरफ़्तार किया गया।