पटना धमाके के मास्टोरमाइंड, दस लाख का इनामी आइएम का दहशतगर्द तहसीन अख्तर उर्फ मोनू का कनेक्श न जेडीयू से है। यह इल्ज़ाम बिहार बीजेपी के सेक्रेटरी रामेश्वर चौरसिया ने लगाया है। फरार इनामी दहशतगर्द तहसीन के चाचा समस्तीशपुर में जेडीयू के जेनरल सेक्रेटरी हैं। बीजेपी ने सीबीआई से जांच की मुताल्बा की है। इधर जेडीयू ने बीजेपी के दावे से जेडीयू ने साफ इनकार किया है।
तहसीन पटना सीरियल धमाके का मास्टर माइंड है। उसी ने हुंकार रैली में बम धमाके की साजिश रची। उसी के कहने पर पटना जंकशन के टॉइलेट में बम धमाके में जख्मी दहशतगर्द ताहीर आठ-दस दहशतगर्दों की टीम लेकर पटना पहुंचा था। ताहीर मोनू का चचेरा भाई है। मोनू के पटना में ही छिपे होने की जानकारी पुलिस को मिली है।
पुलिस ने मोनू और उसके साथियों को खोज निकालने के लिए दारुल हुकूमत के होटलों, गेस्ट हाउसों में पीर की सुबह से शाम तक तलाशी मुहिम चलाया। मुहिम में सात टीमों को लगाया गया था। लेकिन, पुलिस के हाथ एक भी मुश्तबा नहीं लगा। मोनू समस्तीपुर के कल्याणपुर थाने के मनियारपुर का रिहायसी है। उसके चाचा तकी अख्तर एक सियासी पार्टी के अक्लियती सेल के सदर हैं। ज़राये से मिली मालूमात के मुताबिक सीरियल धमाके की जांच में लगी टीम ने पीर को मुजफ्फरपुर से भी दो मुश्तबा को हिरासत में लिया है। करीब दस दिनों पहले मोनू मुजफ्फरपुर में देखा गया था।