पटना बम ब्लास्ट : राजकोट में बनाये गये थे टाइमर

पटना सीरियल बम ब्लास्ट का गुजरात कनेक्शन सामने आया है। इसमें इस्तेमाल टाइमर को दहशतगर्द ने गुवाहाटी से खरीदा था, जिसका तामीर गुजरात के राजकोट में हुआ था। एनआइए की टीम ने इसके पहले दहशतगर्दों की तरफ से इस्तेमाल किये गये जिलेटिन की खरीद राजस्थान से किये जाने की पड़ताल की थी। बोधगया वाक़ेय महाबोधि मंदिर और पटना के गांधी मैदान में सीरियल बम ब्लास्ट को लेकर आइएम के दहशतगर्दों ने पूरी तैयारी के साथ प्लान तैयार किया था।

पटना सीरियल बम ब्लास्ट में शामिल दहशतगर्द सस्ते किस्म के मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। जैसे ही उनके एक फोन नेटवर्क को ट्रैक किया जाता है, वे मोबाइल सेट और सिम बदल देते हैं। ज़राये ने बताया कि एक दहशतगर्द के नेटवर्क को सर्विलांस पर जैसे ही लिया गया, उसने फोन बदल दिया। पटना धमाके में फरार दहशतगर्दों में समस्तीपुर का रहने वाला तहसीन उर्फ मोनू और रांची का हैदर उर्फ अब्दुल्ला शातिर हैं।

मिल रही आम लोगों से इत्तिला

एनआइए ने दहशतगर्दों के फोटोग्राफ जारी करने के साथ ही अपने फोन नंबर जारी किये हैं, ताकि लोग इत्तिला दे सकें। इन फोन नंबरों पर कई तरह की इत्तिलाअत आ रही हैं। एसएसबी को एनआइए ने कई इनपुट दिये हैं, जिसके बुनियाद पर अहम दहशतगर्दों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिल सकती है। सीतामढ़ी और आसपास के इलाकों में तहक़ीक़ात की जा रही है।

25 को आयेगी टीम
एनआइए की टीम 25 नवंबर को दरभंगा आयेगी। टीम मेहरे आलम और मो खुर्रम से पूछताछ करेगी।