पटना ब्लास्ट : मुश्तबा ऐनुल उर्फ तारिक की मौत

पटना बलास्ट का एक मुश्तबा ऐनुल उर्फ तारिक की मौत हो गई है | यह मुश्तबा पटना रेलवे स्टेशन पर बम लगाते हुए ज़ख्मी हो गया था | हालांकि ब्लास्ट के चार मुल्ज़िम अभी भी फरार है और इन चारों की तलाश जारी है |

वही पटना सीरियल ब्लास्ट को लेकर नया खुलासा हुआ है | एक न्यूज़ चैनल के मुताबिक सीरियल ब्लास्ट में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है | आईएसआई ने ब्लास्ट के लिए रकम पहुंचाया था |

चैनल ने ज़राए के हवाले से बताया है कि आईएसआई ने दहशतगर्द तंज़ीम इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े रियाज भटकल को पैसा पहुंचाया | भटकल को पटना ब्लास्ट का मास्टर माइंड बताया जा रहा है | रियाज भटकल मोस्ट वांटेड दहशतगर्द है | वह हाल ही में गिरफ्तार आईएम के बानी यासिन भटकल का भाई है | रियाज ने पैसा तहसीन अख्तर तक पहुंचाया |

अख्तर अभी तक जांच एजेसियों के हाथ नहीं लगा है | तहसीन ने पैसा हैदर तक पहुंचाया | हैदर ने पैसा उन छह दहशतगर्दों तक पहुंचाया जिन्होंने आईईडी प्लांट किया था | इन छह दहशगर्दों को हैदर ने नामालूम मुकाम पर ट्रेनिंग दी थी | एक महीने पहले तहसीन भी इनके साथ हो लिया|

पैसा पाकिस्तान से हवाला चैनल के जरिए हिंदुस्तान लाया गया | इस दौरान रियाज भटकल अख्तर के राबिते में रहा पैसै का इस्तेमाल ब्लास्ट में इस्तेमाल आईईडी खरीदने के लिए किया गया पाकिस्तान की पहचान छिपाने के लिए दहशतगर्दों ने न तो मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया औ न ही दूसरे सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल किया बल्कि बातचीत के लिए उन्होंने इंटरेनेट चैट मैसेज का इस्तेमाल किया | दहशतगर्द याहू और निम्बज चैट मैसेज के जरिए एक दूसरे के राबिते में रहे |