पटना में ऑटो ड्राइवर हड़ताल पर, लोगों की बढ़ी परेशानी

ऑटो स्टैंडों की बंदोबस्ती के मुखालिफत में ड्राइवरों ने पीर की सुबह से ही ऑटो का ट्राफिक बंद कर दिया है। इससे लोगों को खासा परेशानी हो रही है। पटना में ऑटो को लाइफ लाइन माना जाता है और पीर को इनकी हड़ताल से स्कूली तालिबे इल्म से लेकर ऑफिस जाने वाले लोगों को काफी मसायल हो रही है। ड्राइवरों की मांग है कि कॉर्पोरेशन जब तक वसूली को नहीं रोकेगा, मुखालिफत जारी रखेंगे।

बताते चलें कि इतवार को भी पटना जंक्शन से सात रूटों पर तकरीबन 200 ड्राइवरों ने ऑटो नहीं चलाए। इससे लोगों को परेशानी हुई। पटना जिला ऑटो रिक्शा ड्राइवर यूनियन के वर्किंग कमेटी के सदर नवीन मिश्रा ने कहा कि कॉर्पोरेशन की तरफ से स्टैंड किराया नहीं लेने के यकीन दिहानी के बाद भी ठेकेदार वसूली कर रहे हैं। इतवार से स्टैंड पर फी राउंड दस रुपए वसूली शुरू की गई। इधर, ऑटो ड्राइवरों की मनमानी पर इंतेजामिया पर चुप है। इसके पहले भी ड्राइवर हड़ताल कर चुके हैं।

‘फैसला बदलना होगा’

दो अगस्त को भी ऑटो ड्राइवरों से ठेकेदार ने स्टैंड किराया वसूलने की कोशिश की थी। उस वक़्त भी ड्राइवरों ने ऑटो बंद कर दिया था। यूनियन का इल्ज़ाम है कि कॉर्पोरेशन ने ऑटो ड्राइवरों की जरूरतों को जेहन को दरकिनार कर ठेकेदारों को मनमाना किराया वसूलने की छूट दी है। मनमानी नहीं चलेगी। फैसला बदलना होगा।

किन रूटों पर नहीं चल रहे ऑटो

पटना जंक्शन से पोस्टल पार्क
पटना जंक्शन से कंकड़बाग
पटना जंक्शन से हनुमान नगर
पटना जंक्शन से सिटी चौक, सिटी स्टेशन
पटना जंक्शन से कदमकुआ, नाला रोड
पटना जंक्शन से मीठापुर

ऑटो चालकों की मुतालिबात क्या

ठेकेदार के जरिये वसूली रोकी जाए।
वसूली करने के लिए मुंसिपल कॉर्पोरेशन ओपन विंडो सिस्टम की शुरुआत करे।
बार-बार रकम बढ़ाई न जाए।

मुखालिफत क्यों, पता नहीं

ऑटो स्टैंड की बंदोबस्ती ओपन डाक की अमल से हुई है। इसमें टेंडर लेने वाले ठेकेदार को दस्तूरल अमल के तहत किराया वसूलने का हक़ है। अब ऑटो ड्राइवर मुखालिफत क्यों कर रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं है।
प्रभुराम, एडिशनल सीओ, पटना मुंसिपल कॉर्पोरेशन