पटना 17 मई : बिहार में हीरा तराशने की पहली फैक्टरी का इफ्तेताह वज़ीरेआला नीतीश कुमार ने जुमेरात को किया। यहां हर माह तीन लाख हीरे तराशे जायेंगे और 1500 कारीगर काम करेंगे। वज़ीरे आला ने कहा कि बिहार में कुछ सालो में काफी सरमायाकारी हुआ है, लेकिन जो सरमायाकारी आज हुआ है, उसके मुकाबले पहले से नहीं की जा सकती है। बिहार में हीरा तराशने का कारखाना खुलेगा, यह कोई तसवउर नहीं कर सकता था। बिहार के तरक्की में आज का दिन याद रखा जायेगा। कुछ लोग हैं कि बिहार में एक सूई का भी कारखाना नहीं खुला। अब हीरा का कारखाना खुल गया और वे सूई की बात करते हैं। दरअसल, सूई चुभानेवाले को सूई ही याद रहती है।
पटना के म्यूजियम में रखा जायेगा हीरा : इस मौके पर श्रेनुज एंड कंपनी लिमिटेड के मालिक श्रेयस के दोषी ने वज़ीरे आला को इस फैक्टरी में तराशा गया पहला हीरा भेंट किया। मुख्यमंत्री ने एलान की कि यह हीरा पटना म्यूजियम में रखा जायेगा। इसका बेहतर ढंग से डिसप्ले होगा। बिहार में कानूनी नेज़ाम की हालत मुस्तहिक्म हो गयी है। इस बात पर इस फैक्टरी ने जबरदस्त मुहर लगायी है। उन्होंने फैक्टरी मालिक से दरख्वास्त किया कि दीगर कारोबारियों को भी बिहार लाएं। सरमायाकारी के लिए यह रियासत बिल्कुल महफूज़ है। यहां तराशे गये हीरे दुनिया भर में जायेंगे।