पटना में मची भगदड़, 32 की मौत, 100 से ज़्यादा ज़ख़्मी

पटना के गांधी मैदान में रावण जलने के दौरान भगदड़ मच जाने से 32 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है। इस भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों के जख्मी होने की खबर है। जख्मियों का इलाज पीएमसीएच अस्पताल में चल रहा है। यह भगदड़ क्यों हुई इसके वजहों का पता नहीं चल पाया है। एक आयनी शाहिदीन ने बताया कि कुछ लड़कों ने बिजली के तार गिरने की अफवाह उड़ा दी। इस अफवाह के बाद लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए भागना शुरू कर दिया और भगदड़ मच गयी। इस वाक़िया में ज्यादातर ख्वातीन और बच्चों के मारे जाने की खबर है।

दाखला वज़ीर राजनाथ सिंह ने पटना में रावण जलाने के बाद मची भगदड़ के बाद मारे गये लोगों के फि गहरी ताज़ियत ज़ाहिर की है। राजनाथ सिंह ने आज रात बिहार के वज़ीरे आला जीतन राम मांझी से पटना के गांधी मैदान के बाहर मची भगदड़ की वाक़िया के मुताल्लिक़ में बात की और वाक़िया पर रियासत हुकूमत से रिपोर्ट मांगी है।

कैसे मची भगदड़

ज्यादातर अफसर और लीडर इस वाक़िया के जांच की मांग कर रहे हैं और मुज़रिमों को पूरी सजा देने का यक़ीन दे रहे हैं।
आयनी शाहिदीन का कहना है कि बिजली के तार गिर जाने की अफवाह के बाद यह भगदड़ मची है। गांधी मैदान के सुमाली इलाक़े पर यह भगदड़ मची। लोगों का कहना है कि दरवाजा बंद था और ज्यादा से ज्यादा लोग बाहर निकलना चाहते थे। कुछ लोग जब गिर गये तो यह और बड़ा तौर इख्तियार ले लिया।

वज़ीरे आला भी शामिल थे प्रोग्राम में

वज़ीरे आला जीतन राम मांझी वाक़िया से पहले ही गांधी मैदान से निकल चुके थे। मैयत के अहले खाना के गुस्से को ज़ेहन में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा सेक्युरिटी को पटना पीएमसीएच की तरफ भेजा गया है। लोगों ने इलज़ाम लगाया कि यहां सिक्योरिटी के इंतजाम नहीं किये किये गये थे। यहां रौशनी भी नहीं थी इस वजह से यह वाक़िया हुई है। वाक़िया के बाद मैयतों के मुआवजे का भी ऐलान कर दिया गया है। 3लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा।

इस वाक़िया के बाद मर्कज़ी और रियासती वज़ीरों ने ताज़ियत ज़ाहिर की है। वज़ीरे आज़म ने भी इस वाक़िया पर ताज़ियत जताते हुए कहा कि वाक़िया की जानकारी के लिए उन्होंने बिहार के वज़ीरे आला से भी बातचीत की। सदर ने भी वाक़िया पर अफसोस जताया है और जख्मियों के जल्द ठीक होने की दुआ की।

नीतीश कुमार- पटना गांधी मैदान में, आज शाम रावण जलाने का प्रोग्राम के बाद लौटती भीड़ में हुई भगदड़ में कई लोगों की हुई मौत से मुझे गहरा धक्का लगा। यह बहुत ही गम और ताज़ियत वाक़िया है। मुतासिर खानदानों के फि मेरी ताज़ियत है। इस वाक़िया की फ़ौरन आला सतह जांच होनी चाहिये। मुतासिर खानदानों को फ़ौरन मदद-मुआवजा मिले ही, साथ ही जख्मियों की इलाज़ की भी इंतज़ाम की जाये।