पटना में मुस्लिम तंजीम कर रही है तीर्थ यात्रा में आये सिखों के देख भाल का इंतेज़ाम

बिहार की स्वयंसेवक प्रमुख संस्था बिहार अंजुमन ने गुरु गोबिंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव के अवसर पर पटना में तीन दिन 2 जनवरी से 4 जनवरी तक सिख भक्तों का अभिनंदन किया। गुरुद्वारा के पास गाईघाट पर लगे स्टॉल पर अंजुमन ने मुफ़्त कॉफी, पानी और बिस्कुट भी पेश किये। संस्था के स्वयंसेवको ने सिख भक्तों की तामील के लिए दिन और रात मेहनत की।

भक्तो का स्वागत करते हुए अंजुमन के संचालक मोहम्मद नौशाद अंसारी ने बताया की इस्लाम ने और हमारे नबी सल्ललहुअलैहेवस्स्ल्म ने हमे सिखाया है की मेहमानो के साथ स्नेह से पेश आना चाहिए। आगे उन्होंने बताया की मेहमानो की आराम के लिए उनकी खातिरदारी करना मुस्लिम संस्कृति का हिस्सा है। इस स्टॉल को लगाने का उद्देश्य साम्प्रदायिक शांति को बढ़ावा देने के साथ साथ ज़रूरतमंदों के लिए काम आना भी है।

गुरु गोबिंद सिंह सिख आस्था के दसवे गुरु हैं, इनका जन्मस्थल पटना है। पूरी विश्व से करोड़ों के तादाद में सिख पटना पहुंचे और गुरूजी के 350वें उत्सव में शामिल हुए।
राष्ट्रीय सिख संगत के सदस्यों का कहना है की सिख और इस्लाम दोनों ही एक ईश्वर में यक़ीन रखने वाले धर्म है और सिखों के कुछ अध्यन भी इस्लाम से मिलते जुलते हैं स्टाल द्वारा की गयी खातिरदारी पर भी उन्होंने प्रसन्नता ज़ाहिर की।

पीस फाउंडेशन के अनवारुल होदा ने भक्तो का स्वागत करते हुए कहा की विभिन्न समुदायो के बीच बातचीत और एकता देश के विकास के लिए बेहद ज़रूरी है। आगे उन्हींने ज़ोर देते हुए कहा की भाईचारा और शान्ति सभी धर्मो के प्रमुख तत्व है। स्टाल पर लगे कुछ बैनरो और पोस्टरों में गुरु नानक के कथन लिखे हुए थे और मानवीय एवम् भाईचारे के व्यवहार पर बैनरो में ज़्यादा रौशनी डाली गयी थी।