पटना 29 मई : पटना में मेट्रो रेल की तामीर का काम जल्द शुरू हो सकता है। मंगल को रियासत कैबिनेट की बैठक में इसकी वसिह मंसूबा रिपोर्ट (डीपीआर) और एजेंसी तय करने को लेकर गौर-ख्याल किया गया। मेट्रो रेल की तामीर का काम पूरा होने पर यहां की तकरीबन 20 लाख की आबादी को ट्रैफिक जाम से बहुत हद तक निजात मिल जायेगी।
दारुल हुकूमत के एक तरफ से दूसरे तरफ तक जाने के लिए तीन रूटों पर मेट्रो रेल चलायी जायेगी। पहला रूट दानापुर से अशोक राजपथ होते हुए पटना सिटी तक होगा। दूसरा डाकबंगला चौराहे से दानापुर के सगुना मोड़ तक और तीसरा रूट पटना जंक्शन से दीघा स्टेशन तक होगा।
क़दीम पटना के बाक्यात साईट कुम्हरार को भी मेट्रो रेल से जोड़ा जायेगा। इसके मद्देनजर कैबिनेट ने तकनीकी नुकात पर शहर तरक्की महकमा से और जानकारी तलब की है। माना जा रहा है कि सरकारी एजेंसी राइटस को डीपीआर तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी है। इस पर दो करोड़ 52 लाख रुपये खर्च होंगे। सरकारी जराए के मताबिक अगले कुछ महीनों में मेट्रो रेल मनसूबे पर काम शुरू हो जायेगा।
शहर तरक्की महकमा से वाबस्ता अफसरान ने बताया है कि पटना में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का काम ऊपरी और जमीन के नीचे दोनों सतहों पर शुरू किया जायेगा। पटना सिटी से दानापुर जानेवाले रूट को कुम्हरार से जोड़ा जायेगा। यहां पर ऊपरी मेट्रो रेल चलाने की मंसूबा है। महकमा जराए के मुताबिक, मेट्रो रेल पर इत्तेफाक बनती है, तो इसके तामीर पर 225 करोड़ फी किलोमीटर खर्च होंगे।
डाकबंगला से सगुना मोड़ के दरमियान मेट्रो रेल की दूरी तकरीबन 12.5 किलोमीटर होगी। इसे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर तैयार किया जाना है। रियासती हुकूमत की ख्वाहिस है कि दिल्ली की मेट्रो रेल के जैसा पटना में भी यह सर्विस बहाल की जाये। इसको लेकर रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) का काम पूरा किया जा चुका है।
इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है। इस प्रोजेक्ट को लेकर मर्क़जी हुकूमत कुल प्रोजेक्ट का वायबलिटी गैप फंड करीब 1600 करोड़ दे सकती है और उतनी ही रक़म रियासत हुकूमत खर्च करेगी। बकिया रक़म मेट्रो रेल तैयार करनेवाली कंपनी खर्च करेगी। रेलवे की टेक्निकल एक्सपर्ट कमेटी ने भी 20 लाख से अधिक आबादीवाले शहरों के लिए मेट्रो रेल का मशवरा दिया है।