पटना. सेक्स रैकेट में लगे एक बड़े गिरोह का पटना पुलिस ने बुधवार को पर्दाफाश किया है। इस गिरोह को चलाने का काम सुरेश गिरी कर रहा था। वह 2013 में भी सेक्स रैकेट चलाने के इल्जाम में जेल जा चुका है। सुरेश अपनी तीन बेटियों से भी जिस्मफरोशी कराता था। वह बेटियों की बुकिंग ऑन लाइन करता था। वे होटलों में ग्राहकों के साथ वक्त बिताती थी। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी कर रही है।
SSP पटना मनु महाराज को दो दिन पहले SMS से रुपसपुर के महुआबाग में सेक्स रैकेट चलने की खबर मिली थी।
एसएसपी के अगुआई में मंगलवार को पटना पुलिस की एक टीम कस्टमर बनकर मामले की छानबीन करने पहुंची।
लड़कियों ने पुलिस को बताया कि हमें काम दिलाने के नाम पर यहां लाया गया था, फिर जबरन जिशमफरोशी के धंधे में लगा दिया गया।
एसएसपी के हुक्म पर टीम ने रुपसपुर के महुआ बाग में बने अपार्टमेंट में छापेमारी कर दो लड़कियों के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
लड़कियों को बेतिया से नौकरी दिलाने के नाम पर लाया गया था। यहां उन्हें जबरन सेक्स रैकेट में लगा दिया गया।
लड़कियों ने पुलिस को बताया कि हर महीने पांच हजार रुपए पर उनसे काम कराया जाता था।
गिरोह को चलाने वाले सुरेश गिरी उनके माता पिता को पैसे भेज देता था। जब घर वालों का फोन आता था तो सुरेश की निगरानी में बात करनी होती थी।
सेक्स रैकेट के अड्डे पर बड़े लोगों का भी आना जाना था।
खबरों के मुताबिक जांच हुआ तो कई सफेदपोश के भी सामने आ सकते हैं।