पटना: ज़्यादा बिल बनाने के लिए मृत महिला का इलाज करता रहा अस्पताल, केस दर्ज

पटना: बिहार की राजधानी पटना में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। पटना के एक निजी नर्सिंग होम में दम तोड़ चुकी महिला का 48 घंटे तक फर्जी इलाज किया जाता रहा। परिजनों का आरोप है कि महिला के शव को आईसीयू में रखकर बिल बढ़ाया जाता रहा। नर्सिंग होम ने उन्हें सच नहीं बताया। अस्पताल के इस फर्जीवाड़े का खुलासा उस समय हुआ जब खुद मृत महिला की भतीजी आईसीयू में घुस गई और अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया।

मृत महिला की भतीजी का आरोप है कि पल्स रेट से लेकर रक्तचाप तक शून्य था, लेकिन अस्पताल के कर्मचारी इलाज का बहाना कर रहे थे। लड़की ने जब शिकायत करते हुए उसका वीडियो बनाना शुरू किया, तो वहां मौजूद डॉक्टर उसके साथ दुर्व्यवहार शुरू कर दी।

शिवहर की रहने वाली महिला के परिजनों ने इलाज के लिए पटना के निजी अस्पताल में 6 अगस्त को भर्ती कराया था। अस्पताल प्रशासन ने 14 अगस्त के बाद आईसीयू में भर्ती कर लिया था महिला को देखने के लिए उनके रिश्तेदार को यह कहते हुए नहीं दी कि रोगी अत्यंत गंभीर है।

मंगलवार को जब मृत महिला की भतीजी आईसीयू में गई, तो देखकर हैरान रह गई कि उसकी चाची मर चुकी है। निगरानी में प्लस और हार्ट बीट शून्य दिख रहा था। मृत महिला की भतीजी ने जब शोर करना शुरू किया, तब अस्पताल के कर्मचारी दिखाने के लिए इलाज का नाटक करने लगे। लड़की ने हिम्मत दिखाते हुए अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया। अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे मारने और मोबाइल तोड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक अस्पताल के सभी हरकतें मोबाइल कैमरे में कैद हो चुकी थीं। नर्सिंग होम के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।