पटाखों ने बिगाड़ी दिल्ली की हवा, 323 लोग गिरफ्तार

दीवाली के बाद दिल्ली की एयर क्वालिटी और ज्यादा खराब हो गई है. पटाखे जलाने से दिल्ली का प्रदूषण स्तर खराब हो गया है. सुप्रीम कोर्ट ने पटाखे छोड़ने का समय तय कर रखा था लेकिन कई लोगों ने SC के आदेश को अनदेखा किया. दिल्ली पुलिस के पीआरओ मधुर वर्मा ने बताया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली में लोगों को रात के 8 बजे से 10 बजे तक पटाखे जलाने की अनुमति दी गई थी लेकिन दिल्ली में पटाखे फोड़ने के लिए तय समय का उल्लंघन करने के मामले में 562 एफआईआर दर्ज किए गए. उन्होंने बताया कि पुलिस ने नियम तोड़ने के मामले में 323 लोगों को गिरफ्तार किया है.

 

वहीं दिल्ली के हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग ने गुरुवार को कई इलाकों में पानी छिड़कने का अभियान चलाया ताकि प्रदूषण रोकने के प्रयासों के तहत धूल के कणों को उड़ने से रोका जा सके.

 

एक अधिकारी के अनुसार, विभाग में काम करनेवाले लोगों ने आईटीओ, रोहिणी, द्वारका, रिंग रोड और राष्ट्रीय राजधानी के अन्य इलाकों में पानी छिड़का. उन्होंने बताया कि अगले कुछ दिन तक पानी का छिड़काव चलता रहेगा.

बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण से बुरा हाल है. लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. चारों तरफ धुंध की मोटी चादर बिछी है. दिवाली में बड़े पैमाने पर पटाखा छोड़े जाने की वजह से प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा है. ये हालत तब हैं जब सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों को लेकर सख्त निर्देश दिये हैं. शीर्ष अदालत ने पटाखा छोड़ने के लिये रात आठ से 10 बजे की समय-सीमा तय की थी. शीर्ष अदालत ने सिर्फ ‘हरित पटाखों’ के निर्माण और बिक्री की अनुमति दी थी.