मैसूर 02 सितंबर:लोक सभा में अप्पोज़ीशन के लीडर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा हैके पट्टेदार(पटेल)बिरादरी की तरफ से रिज़र्वेशन दिए जाने के मुतालिबे को लेकर चलाई जा रही तहरीक ग़ैर ज़रूरी है और नाक़ाबिल-ए-क़बूल है।
मीडीया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीमकोर्ट ने जिस इस्तिदलाल को लेकर हरियाणा की जाट बिरादरी के रिज़र्वेशन के मुतालिबे को मुस्तर्द कर दिया था बिलकुल वही लॉजिक पटेल बिरादरी के लिए भी लागू होती है।ये बयान देते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीमकोर्ट ने साबिक़ा यू पी ए हुकूमत की तरफ से जाट बिरादरी को दर्ज फ़हरिस्त में शामिल करने के आलामीया को रद्द कर दिया था।
जब जाट बिरादरी को अदालत ने रिज़र्वेशन दिए जाने से इनकार कर दिया था तो बिलकुल यही मुआमला पटेल बिरादरी के साथ भी पेश होता है और इस तरह पटेल बिरादरी की तरफ से किए जा रहे एहतेजाज के कोई मअनी नहीं हैं।
पटेल ने पटेल बिरादरी का नाम लिए बग़ैर इस बात पर हैरत का इज़हार किया कि भला किस तरह एक एसी क़ौम जो किसी रियासत के 70 ता 80% अराज़ी पर क़ाबिज़ है रिज़र्वेशन का मुतालिबा किस तरह कर सकती है।
खरगे ने जब ये पूछा गया कि आया ये तहरीक कर्नाटक को भी मुतास्सिर करेगी कहा कि मैं एसा नहीं समझ सकता और कर्नाटक में किसी के साथ नाइंसाफ़ी किए जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता।