पढ़ने की जगह बच्चे बनाते रहे खाना, जिला बहबूद अफसर को मालूमात ही नहीं

रांची 29 अप्रैल : बर्तन धोना, चावल बीनना, सब्जी काटना और यहां तक कि चूल्हा भी जलाना। छोटे-छोटे स्कूली तालिब इल्म 11 दिनों तक पढ़ाई छोड़कर यह सब करते रहे और प्रिंसिपल कोई मुत्बदिल इन्तेजाम भी नहीं कर सके। यह है ओरमाझी वाक़ेय दर्ज फेहरिस्त कबायल रिहायसी स्कूल का हाल।

यहां की बदइंतजामी का आलम ये है कि बावर्ची और चपरासी दोनों इतने दिनों तक गायब रहे और जिला बहबूद अफसर को इसकी भनक तक नहीं मिली। ऊपर से प्रिंसिपल ने कहा है कि इससे तालिब इल्मों की पढ़ाई मुतासिर हो रही है। तालिब इल्म का आधे से ज्यादा दिन तो बावर्ची में ही बीतता रहा। वह यह नहीं समझ रहे कि छोटे बच्चे मुसलसल आग के आस-पास थे। इससे कोई भी अनहोनी हो सकती थी।

दर्ज फेहरिस्त कबायल रिहायसी स्कूल के हेड मास्टर दिलीप चौरसिया के मुताबिक स्कूल के बावर्ची सूरज देव ने 15 और 16 अप्रैल की छुट्टी ली थी। इसके बाद वह 17 से 27 अप्रैल तक 11 दिन बिना बताए ही गायब रहा। इस दौरान उसका मोबाइल भी बंद आता रहा। बावर्ची के साथ चपरासी सहजानंद रजवार भी गायब था, इसलिए तालिब इल्मों को उसकी भी मदद बावर्ची में नहीं मिल सकी।