क़ौम ने मुल्क के अव्वलीन वज़ीर-ए-आज़म पण्डित जवाहर लाल नेहरू को उनकी 50 वीं बरसी पर ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया। कई सीनियर क़ाइदीन उनको ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करने वालों में शामिल थे।
सदर जम्हूरिया हिंद प्रणब मुखर्जी ,नायब सदर मुहम्मद हामिद अंसारी ,साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ,सदर कांग्रेस सोनिया गांधी, उन के फ़र्ज़ंद और कांग्रेस के क़ौमी नायब सदर राहुल गांधी ने शांति वन पर दरयाए जमुना के किनारे आँजहानी वज़ीर-ए-आज़म की समाधि पर फूल चढ़ाकर उन्हें ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया।
वज़ीर-ए-ममलकत बराए पार्लिमानी उमूर-ओ-मंसूबा बंदी राजीव शुक्ला ,सदर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अरवेन्द्र सिंह ला और कांग्रेस क़ाइद हारून यूसुफ़ भी पण्डित नहरू के ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करने वालों में शामिल थे। कांग्रेस कारकुनों और स्कूली तालिबा की कसीर तादाद ने भी पण्डित नहरू को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया।
हुब्ब-उल-व्तनी के गीत गाय गए और समाधि पर कल मज़हबी दुआ इजतिमा का एहतेमाम किया गया। पण्डित नहरू 14 नवंबर 1889 को पैदा हुए थे और उनका इंतेक़ाल 27 मई 1964 को हुआ था।