पत्थरबाज़ी तो बंद करवाना चाहती है पर कश्मीरियों की समस्या नहीं सुनना चाहती सरकार: ज़फ़र उल इस्लाम

कश्मीर के मसले पर सरकार के रवैय्ये से असंतुष्ट ज़फ़रउल इस्लाम ख़ान ने एक न्यूज़ मैगज़ीन से बात करते हुए कहा कि सरकार का ध्यान पत्थरबाज़ी बंद करवाने पे तो है लेकिन पैल्लेट गन और उससे घायल होने वाले नौजवानों को लेकर सरकार का रवैय्या टालमटाल वाला है. आल इंडिया मजलिस ए मुशावरात के पूर्व अध्यक्ष ज़फ़र उल इस्लाम ख़ान ने ग्रह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ चली दो घंटे की मीटिंग के बाद ये फ़ैसला किया कि वो कश्मीर प्रतिनिधि मंडल का हिस्सा नहीं रहेंगे. ख़ान ने कहा कि जब हमने घायलों को मुआवज़ा देने की बात रखी तो प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि अगर कोई मांगेगा तो इस पर विचार किया जाएगा.
ज़फ़र उल इस्लाम ख़ान का प्रतिनिधि मंडल से अलग हो जाना सरकार की मुश्किलों को और बढ़ा सकता है.