तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा है कि जमाल खाशुक़जी की हत्या का आदेश सऊदी सरकार के किसी उच्च पदस्थ अधिकारी ने ही दिया था। रजब तैयब अर्दोग़ान का कहना है कि सऊदी सरकार की नीतियों के मुखर आलोचक पत्रकार खाशुक़जी की हत्या, सऊदी अरब की सरकार के किसी अति वरिष्ठ अधिकारी के आदेश पर की गई है।
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उन्होंने कहा कि निश्चित रूप में जमाल खाशुक़जी की हत्या एक सुनियोजित कार्यक्रम का परिणाम थी। अर्दोग़ान का कहना था कि हालांकि इस हत्या के संबन्ध में 18 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है किंतु इसका मुख्य ज़िम्मेदार कोई और ही है जो सऊदी सत्ता में उच्च पद पर आसीन है। तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोग़ान ने कहा कि जिसने भी खाशुक़जी की हत्या का आदेश दिया उसको हर हाल में दंडित किया जाना चाहिए।
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रजब तैयब अर्दोग़ान का यह भी कहना था कि इस विषय को भी स्पष्ट होना चाहिए कि जमाल खाशुक़जी के शव के साथ क्या हुआ? क्या उनके शव के टुकड़े कर दिये गए, या उसे कहीं स्थानांतरित कर दिया गया या उसे अगर किसी स्थान पर दफ़न कर दिया गया तब भी यह बात पूरी तरह से स्पष्ट होनी चाहिए।
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शुक्रवार को तुर्की में कुछ जानकार सूत्रों ने उन तीन लोगों के नामों का उल्लेख किया था जिनका हाथ खाशुक़जी के शव को तेज़ाब में डालने में रहा है।
इससे पहले तुर्की के अटार्नी जरनरल के जानकार सूत्रों ने एलान किया था कि इस्तांबूल में सऊदी अरब के काउन्सलर के घर से विशेष प्रकार का तेज़ाब और रासायनिक पदार्थ मिला है जिसे खाशुक़जी के शव को ठिकाने लगाने से पहले प्रयोग किया गया था।
उल्लेखनीय है कि तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान इससे पहले एलान कर चुके हैं कि जब तक पत्रकार जमाल खाशुक़जी की हत्या से संबन्धित सारी वास्तविकताएं मालूम न हों और इसके मुख्य आरोपी का पता नहीं चल जाता उस समय तक अंकारा अपने प्रयास जारी रखेगा।
साभार- ‘parstoday.com’