पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी की हत्या: ह्यूमन राइट्स वॉच ने सऊदी अरब की निंदा की

ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि सऊदी पत्रकार जमाल ख़ाशुक़्जी के लापता होने का मामला, आले सऊद सरकार की हिंसक प्रवृत्ति को पूरी तरह उजागर कर देता है।

वाशिंग्टन में ह्यूमन राइट्स वॉच के कार्यालय की प्रमुख सारा मारगोन ने ख़ाशुक़्जी, बिन सलमान और सऊदी अरब का भविष्य शीर्षक के अंतर्गत एक सेमीनार में भाषण देते हुए कहा कि ख़ाशुक़्जी के मामले ने सऊदी अरब की महत्वपूर्ण समस्या को उजागर कर दिया है क्योंकि उनका लापता होना और हत्या, आले सऊद सरकार की हिंसक प्रवृत्ति को उजागर करती है।

वाशिंग्टन में ह्यूमन राइट्स वॉच के कार्यालय की इंचार्ज ने कहा कि सऊदी अरब के अधिकारी देश की मुख्य समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं और ह्यूमन राइट्स वॉच की ओर से बारंबार सचेत पर मीडिया ने भी कोई ध्यान नहीं दिया।

उनका कहना था कि सऊदी अधिकारी विरोधियों को काम काज की अनुमति नहीं देते और हर के प्रदर्शन को कुचल देते हैं।

सारा मारगोन ने सऊदी अरब में शिया मुसलमानों पर आले सऊद के अत्याचारों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि सऊदी अरब के शिया मुसलमान जो इस देश के नागरिक हैं, बहुत की कठिन परिस्थितियों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

उनका कहना था कि सऊदी अरब में शिया आबादी वाले गांव को ढाह दिया गया और उन्हें धार्मिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी जाती और न ही देश के मामले में बोलने का हक़ दिया जाता है।

साभार- ‘parstoday.com’