पद्मावती विवाद पर BJP सांसद का बयान : जिनकी स्त्रियां रोज अपने शौहर बदलती हैं वो क्या जानें जौहर क्या होता है?

मुंबई : संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती पर जारी विवाद के बीच बीजेपी सांसद ने आपत्तिजनक बयान दिया है। फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि भंसाली जैसे लोगों को सिर्फ जूतों की भाषा ही समझ आती है। उन्होंने यह भी लिखा कि जिन फिल्मकारों की स्त्रियां रोज अपने शौहर बदलती हैं वो क्या जानें जौहर क्या होता है? बीजेपी सांसद चिन्तामणि मालवीय ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि मैं फिल्म पद्मावती का विरोध और बहिष्कार करता हूं। मेरे शुभ चिंतकों से अनुरोध करता हूं कि वे इस फिल्म को बिल्कुल न देखें। फिल्म बनाकर चंद पैसों के लालच में इतिहास से छेड़छाड़ करना शर्मनाक और घृणित कार्य है। हर भारतीय नारी की आदर्श रानी पद्मावती जी पर भारतीयों को गर्व है। उन्होंने अपने सतित्व और देश और समाज की आन, बान, शान के लिए हजारों नारियों के साथ स्वयं को आग में झोंक दिया था। उसे तोड़-मरोड़कर दिखाना वास्तव में इस देश का अपमान है। भंसाली जैसे लोगों को कोई और भाषा समझ में नहीं आती। इन लोगों को सिर्फ जूते की भाषा समझ आती है।

चिन्तामणि ने आगे लिखा, यह देश पद्मावती का अपमान नहीं सहेगा। हम गौरवशाली इतिहास के साथ छेड़खानी बर्दास्त नहीं कर सकते हैं। अलाउुद्दीन खिलजी के दरबारी कवियों द्वारा लिखे गए गलत इतिहास पर संजय लीला भंसाली ने पद्मावती फिल्म बना दी। यह गलत ही नहीं निंदनीय भी है। जिन फिल्मकारों के घरों की स्त्रियां रोज अपने शौहर बदलती हैं, वे क्या जानें जौहर क्या होता है। अभिव्यक्ति के नाम पर मानसिक विकृति सहन नहीं की जाएगी। सांसद मालवीय से जब ये पूछा गया कि आपने फिल्म नहीं देखी तो कैसे पता चला यह गलत इतिहास पर बनाई है, उन्होंने कहा कि मैंने फिल्म का ट्रेलर देखा है और इसकी कहानी भी पता है।

गौरतलब है कि मालवीय से पहले बीजेपी नेता गिरिराज किशोर, उमा भारती और गुजरात बीजेपी ने भी इस फिल्म को लेकर आपत्ति जता चुके हैं। उमा भारती ने पिछले दिनों एक खुला लेटर लिखा था। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि अगर भावनाएं आहत होंगी तो लोग विरोध करेंगे ही। यह फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज हो सकती है।