भारत के पूर्व कप्तान और मौजूदा विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धौनी समेत 43 लोगों को आज पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इसमें पंकज आडवाणी (खेल, बिलियर्ड्स, कर्नाटक), महेंद्र सिंह धौनी (क्रिकेट, झारखंड) अलेक्जेंडर काराकीन (पब्लिक अफेयर्स, रूस), लक्ष्मण पाई (पेंटिंग, गोवा) और शारदा सिन्हा (म्यूजिक, बिहार) को पद्म भूषण सम्मान जबकि 38 लोगों को पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। आपको बदा दें कि पद्म भूषण, देश का तीसरा सबसे बड़ा भारतीय नागरिक सम्मान है।
बता दें कि कल यानि एक अप्रैल को धौनी राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां वह रिहर्सल में शामिल हुए थे। इसमें पूरे कार्यक्रम के बारे में समझाया गया और सम्मान समारोह की रिहर्सल की गई। रिहर्सल व सम्मान प्रदान किए जाने के लिए धौनी समेत कुछ अन्य विजेताओं को भी बुलाया गया।
Cricketer Mahendra Singh Dhoni receives Padma Bhushan at Rashtrapati Bhawan in Delhi pic.twitter.com/C9fTvXPt9w
— ANI (@ANI) April 2, 2018
दो बार नहीं जा सके थे
धौनी को भारत सरकार के द्वारा 2007-08 में राजीव गांधी खेल रत्न और उसके बाद 2009 में पद्मश्री सम्मान से नवाजा जा चुका है। परंतु दोनों ही अवसरों पर धौनी उपस्थित नहीं हो सके थे। उनके पिता पान सिंह व माता देवकी देवी ने राष्ट्रपति भवन जाकर खेल रत्न ग्रहण किया था। पद्मश्री की ट्रॉफी धौनी को डाक से भेजी गई थी जो कि रांची जिला प्रशासन द्वारा धौनी को प्रदान की गई थी।
अनेक उपलब्धियां दिलाईं
कप्तान के रूप में सौरभ गांगुली के बाद कमान संभालने के बाद धौनी ने भारतीय टीम को ऊंचाई पर पहुंचाया। भारत को आईसीसी वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाया, टी20 वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाया, चैंपियंस ट्रॉफी में चैंपियन बनाया। भारत की वनडे व टेस्ट टीम को आईसीसी की नंबर एक रैंकिंग वाली टीम भी बनाया।
झारखंड रत्न भी हैं धौनी
2007 में एमएस धौनी झारखंड सरकार द्वारा झारखंड रत्न से भी नवाजे जा चुके हैं। धौनी के साथ -साथ हॉकी खिलाड़ी सुमराय टेटे को भी झारखंड रत्न सम्मान मिल चुका है। 2007 के बाद से कभी झारखंड रत्न देने के कवायद सरकार द्वारा नहीं की गई ।