पनडुब्बी से प्रक्षेपित मिसाइल ‘सबसे बड़ी सफलता’ – किम जोंग उन

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने पनडुब्बी से प्रक्षेपित की गई मिसाइल के परीक्षण को ‘सबसे बड़ी सफलता’ करार दिया है। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने प्योंगयांग के परमाणु हमले की क्षमता बढ़ाने वाले इस प्रक्षेपण की निंदा की है।

आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए ने बुधवार को किए गए प्रक्षेपण के बाद किम के हवाले से कहा कि अमेरिकी मुख्य भूभाग और प्रशांत अब उत्तर कोरिया की सेना की मारक क्षमता की जद में आ गए हैं।

दक्षिण कोरिया की सेना के अनुसार, मिसाइल को पूर्वोत्तर पत्तन से पानी में उतरी पनडुब्बी से दागा गया। यह जापान की ओर 500 किलोमीटर तक गई। तय की गई यह दूरी इससे पहले पनडुब्बी से किए गए किसी भी अन्य प्रक्षेपण से ज्यादा थी।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कल उत्तर कोरिया के हालिया भड़काउ कदम पर दो घंटे चर्चा की। परिषद इस प्रक्षेपण की निंदा में एक बयान जारी करने के लिए तैयार हो गई।
परिषद की अध्यक्षता करने वाले मलेशिया के रमलान बिन इब्राहिम ने कहा, ‘परिषद के अधिकतर सदस्यों में इस प्रक्षेपण के प्रति निंदा की आम भावना है और इसलिए हम यह देखेंगे कि हम किस तरह से प्रेस वक्तव्य बनाएंगे।’ हालांकि राजनयिक वक्तव्य में लिखी जाने वाली बातों को लेकर प्योंगयांग के मुख्य सहयोगी चीन के साथ मोलभाव करना पड़ सकता है।

इस माह की शुरूआत में उत्तर कोरिया ने जमीन से बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी, जो जापान के नियंत्रण वाले जलक्षेत्र तक गई थी। इस कदम पर उत्तर कोरिया के प्रति तोक्यो ने गुस्से भरी प्रतिक्रिया दी थी।

लेकिन सुरक्षा परिषद उस कदम की निंदा नहीं कर पाई क्योंकि चीन ने इस वक्तव्य में उस थाड मिसाइल रक्षा प्रणाली के विरोध में भी बातें लिखने के लिए कह दिया था, जिसे अमेरिका दक्षिण कोरिया में लगाने की योजना बना रहा है। किम ने कहा कि हालिया प्रक्षेपण ने यह साबित कर दिया है कि उत्तर कोरिया ‘‘परमाणु हमले की क्षमताओं से पूरी तरह संपन्न सैन्य ताकतों की अग्रिम श्रेणी में आ गया है।’