पनामा पेपर्स मामला : अमिताभ और उनके परिवार को जांच के तहत समन भेज सकता है ईडी

नई दिल्ली : पनामा-पेपर्स में कई बड़े फिल्मी सितारों, राजनेताओं और व्यापारियों के नाम सामने आए थे. इस मामले में नाम आने पर अमिताभ बच्चन ने कोई भी गलत काम करने से इनकार किया था. अमिताभ ने कहा था कि उन्होंने भारतीय नियमों के तहत ही विदेश में धन भेजा है.  मनी लांड्रिंग विरोधी एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि कुछ समय पहले बच्चन परिवार को नोटिस जारी किया गया था। उनसे आरबीआइ के लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (एलआरएस) के तहत अपने विदेशी रेमिटेंस के बारे में बताने के लिए कहा गया था। अब अमिताभ ने ईडी को पनामा पेपर्स मामले में भेजे गए नोटिस का जवाब सौंप दिया है। विदेशी विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत यह जवाब मिला है. केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में शीघ्र ही उन्हें जांच के तहत समन भेजा जा सकता है।

गौरतलब है की पनामा पेपर्स मामले में अमिताभ बच्चन का नाम आया था। आयकर विभाग भी उनके खिलाफ जांच कर रहा है। ईडी के अधिकारियों ने बताया  कि, बच्चन परिवार को कुछ समय पहले नोटिस जारी कर 2004 के बाद से आरबीआई की एलआरएस योजना के तहत विदेश भेजे गए धन के बारे में जानकारी देने को कहा था। उन्होंने बताया कि ‘फेमा’ के तहत जारी नोटिस के जवाब ईडी को मिल गए हैं।

पनामा पेपर्स के दस्तावेज पनामा स्थित एक लॉ फर्म- मोसेक फॉन्सेका (Mossack Fonseca) ने ही लीक किए थे। इस फर्म के 35 देशों में दफ्तर हैं। पनामा पेपर्स में 50 देशों के ऐसे 140 राजनेताओं के नामों का जिक्र है जिनके कथित रूप से विदशी अकाउंट हैं। इसमें 12 मौजूदा व पूर्व राष्ट्राध्यक्षों के नाम भी शामिल हैं। इसके अलावा खिलाड़ी, प्रशासक और फोर्ब्स की सूची में शामिल 29 अरबपतियों के नाम भी इन पेपर्स में है।