पनामा पेपर्स मामला : दिसंबर के अंत तक अपनी जांच पूरी करेगा ईडी

मुंबई : बहुचर्चित पनामा पेपर्स लीक मामले में कई फिल्मी सितारों, बड़ी हस्तियों के नाम शामिल थे. ED दिसंबर माह में ही इन सभी से पूछताछ भी कर सकता है और जांच दिसंबर के अंत तक पूरी करेगा. इस खुलासे में सभी जोनल ऑफिसर्स को यह निर्देश दिया जा चुका है कि वह दी गई डेडलाइन तक अपनी जांच पूरी कर लें. अभी तक कुछ पूछताछ हो गई हैं, कुछ अभी भी जारी हैं.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस मामले में बीते दो महीने में अब तक 137 भारतीयों को नोटिस भेज चुका है. यह नोटिस मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) की धारा-37 के तहत भेजा गया है. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक आयकर (जांच) विंग ने ईडी को ऐसे 192 लोगों की सूची भेजी थी, जिन पर टैक्स चोरी करने का अंदेशा है. इनमें वे लोग शामिल हैं जिनके पते पनामा की लॉ फर्म मोसाक फोंसेका से संबंध रखने वाली 2,10,000 विदेशी कंपनियों के लीक हुए पेपर्स में सामने आए थे. अधिकारियों के मुताबिक इन लोगों से विदेश में संपत्ति खरीदने का मकसद और वित्तीय भुगतान के तरीके से जुड़ी जानकारी मांगी गई है. हालांकि, ज्यादातर लोगों ने अभी तक अपना जवाब नहीं दिया है.

इन दस्तावेजों के लीक होने से पता चला था कि कई भारतीयों के अलावा रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के करीबि‍यों, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक, सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद, पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो ने अपनी संपत्ति को छिपाने के लिए टैक्स हैवन की मदद ली.

गौरतलब है कि अप्रैल 2016 में पनामा की एक लॉ फर्म मोसेक फोंसेका ने कई कागजात लीक हुए थे, जिसमें कई नामी हस्तियों के नाम सामने आए थे. इस खबर ने दुनियाभर में हलचल मचा दी थी, क्योंकि जिन लोगों के नाम इसमें सामने आए थे, उन पर इस फर्म की मदद से टैक्स चोरी की बात सामने आई थी. इन नामों में अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन जैसे बॉलीवुड सितारों समेत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ तक का नाम सामने आया था.

अभी हाल ही में पनामा पेपर्स लीक के बाद पैराडाइज़ पेपर्स लीक का भी मामला सामने आया था. ‘पैराडाइज पेपर्स’ लीक को इतिहास का सबसे बड़ा खुलासा कहा जा रहा है. दावा है कि टैक्स हेवंस में कथित तौर पर 714 भारतीयों का नाम शामिल है. डाटा में शामिल नामों के आधार पर 180 देशों के डाटा में भारत का स्थान 19वां है.

पैराडाइज पेपर्स में तकरीबन 7 मिलियन लोन एग्रीमेंट्स, वित्तीय बयान, ईमेल्स, ट्रस्ट दस्तावेज और अन्य कागजी काम शामिल हैं. ये सभी डाटा एपलबाई के 50 सालों के लेन-देन से जुड़े हैं. लीक हुए दस्तावेजों में छोटी और पारिवारिक ट्रस्ट कंपनियां, सिंगापुर की एशियासिटी और अन्य कंपनी रजिस्ट्री के फाइल शामिल हैं.