पनाह गुज़ीनों को बतौर हथियार इस्तेमाल किया जा रहा है

यूरोप में नैटो के कमांडर का कहना है कि शाम और रूस एक लाएह अमल के तहत पनाह गुज़ीनों को यूरोप के ख़िलाफ़ इस्तेमाल कर रहे हैं। अमरीकी जनरल फ़्लिप ब्रेडलू का कहना था कि यूरोप के खित्ते को ग़ैर मुस्तहकम करने के लिए पनाह गुज़ीनों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।

उन्होंने मज़ीद कहा कि जराइम पेशा अफ़राद, शिद्दत पसंद और जंगजू भी पनाह गुज़ीनों में शामिल हो सकते हैं। पनाह गुज़ीन मक्दूनिया की सरहद पर रोके जाने के बाद अब यूनान की सरहद पर जमा हो रहे हैं।

गुज़िश्ता बरस समुंद्र के रास्ते यूरोप आने वाले पनाह गुज़ीनों की तादाद 10 लाख थी जबकि रवां बरस ये तादाद बहुत पहले ही 10 लाख हो जाएगी।
मुहाजिरीन की आलमी तंज़ीम आई ओ एम का कहना है कि क़रीबन 12 लाख साढे़ 29 हज़ार मुहाजिरीन अब तक समुंद्र के रास्ते और 1545 ज़मीनी रास्ते से यूरोप पहुंच चुके हैं। तंज़ीम के मुताबिक़ 418 अफ़राद या तो डूब गए हैं या लापता हैं।